1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 01 Aug 2025 10:19:41 AM IST
पटना न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Patna News: राजधानी पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के डाक बंगला इलाके में स्थित एक स्पा सेंटर पर गुरुवार देर रात पुलिस ने छापेमारी कर अनैतिक देह व्यापार का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में दो नाबालिग बच्चियों को मानव तस्करी के जाल से मुक्त कराया गया, जो इस सेंटर में जबरन काम करने पर मजबूर थीं। पुलिस ने इस घिनौने धंधे में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर कोतवाली थाना पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से यह छापा मारा। छापेमारी के दौरान स्पा सेंटर से आपत्तिजनक सामग्री समेत कई ऐसे सामान बरामद हुए, जो इस जगह पर संचालित अनैतिक गतिविधियों की पुष्टि करते हैं। मौके पर मौजूद संचालकों, कर्मचारियों और अन्य संदिग्धों से पुलिस ने पूछताछ की है, जिससे इस नेटवर्क के और भी विस्तार की उम्मीद जताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नाबालिग बच्चियों को तत्काल महिला हेल्पलाइन और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के सुपुर्द कर उनकी सुरक्षा और पुनर्वास की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, स्पा सेंटर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है ताकि इस तरह के अवैध कार्य और न चल सकें।
इस मामले में पुलिस ने अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम (PITA) और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि इस गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।
पटना में इस तरह के गैरकानूनी धंधे लगातार बढ़ रहे हैं, जो न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि समाज के लिए भी गंभीर चिंता का विषय हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे मानव तस्करी और बाल शोषण जैसे संगठित अपराध होते हैं, जिन्हें रोकने के लिए प्रशासन को और सख्ती बरतनी होगी।
वहीं, स्थानीय नागरिकों ने भी इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर कड़ा अंकुश लगेगा। प्रशासन की भूमिका इस मामले में महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि निरंतर निगरानी और प्रभावी कानून प्रवर्तन के बिना ऐसे मामलों को जड़ से खत्म करना मुश्किल होगा। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि उन्हें ऐसे किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी हो तो वह तुरंत स्थानीय पुलिस या हेल्पलाइन नंबर पर सूचित करें ताकि इस तरह के अपराधों को रोकने में मदद मिल सके।