पटना सहित 18 जिलों में दुर्गा पूजा मेले का रंग हुआ फीका, 7 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना

पटना सहित बिहार के 18 जिलों में बारिश से दुर्गा पूजा मेले की रौनक फीकी पड़ गई। मौसम विज्ञान केंद्र ने इन 24 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 2 से 7 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना जतायी है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 01 Oct 2025 07:24:26 PM IST

बिहार

मौसम का बदला मिजाज - फ़ोटो सोशल मीडिया

PATNA: महानवमी के दिन अचानक बारिश होने से दुर्गा पूजा मेले का रंग फीका हो गया है। पटना समेत18 जिलों में आज बारिश हो रही है। इस बारिश से मौसम तो सुहाना हो गया है लेकिन लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। 


पटना में सुबह 11 बजे के करीब जमकर बारिश हुई उसके बाद तेज धूप और उमस भरी गर्मी से लोग दिनभर परेशान रहें लेकिन फिर शाम में अचानक फिर से मौसम बदल गया और तेज हवा के साथ बारिश होने लगी। लोग पूजा पंडालों को देखने के लिए घर से निकलने ही वाले थे कि तभी बारिश होने लगी और लोग इसके छूटने का इंतजार करने लगे। पटना, गया,सीवान, भागलपुर, बक्सर, जमुई, बांका, बेगूसराय, नालंदा, सुपौल, खगड़िया, लखीसराय और गोपालगंज, सासाराम, शेखपुरा, सहरसा, जहानाबाद और समस्तीपुर में बारिश हुई। 


वही कल गुरुवार को पटना सहित कई जिलों में रावणवध का आयोजन किया गया है, लेकिन ठीक एक दिन पहले बारिश होने से कार्यक्रम पर भी असर पड़ता दिख रहा है। पटना के मोकामा में रावण वध समारोह की तैयारियों के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां मारवाड़ी हाई स्कूल के मैदान में रावण का पुतला खड़ा करते वक्त अफरा-तफरी तब मच गयी जब रावण का पुतला अचानक वही गिर पड़ा। जिसके बाद तेज बारिश शुरू हो गयी। जिसके कारण रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले पूरी तरह बारिश के पानी में भींग गए। अब रावण वध समारोह के आयोजन पर संशय बना हुआ है। 


मौसम विज्ञान केंद्र ने इन 24 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 2 से 7 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना जतायी है। खासकर पूर्वी और उत्तरी बिहार के जिलों में ज्यादा बारिश की संभावना है। बारिश के साथ-साथ ठनका गिरने की भी आशंका जतायी जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 30 सितंबर से उत्तर अंडमान सागर के ऊपर हवा का एक चक्रवातीय क्षेत्र बना था जिसके कारण 1 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र मजबूत हुआ। यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर दिशा में आगे बढ़ेगा और 2 अक्टूबर तक काफी मजबूत हो जाएगा। इसके बाद 3 अक्टूबर की सुबह यह दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों के पास पहुंच सकता है। इससे प्रदेश में भी बारिश की संभावना बन रही है।