Bihar News: बिहार में निगरानी विभाग की सख्ती जारी, अब इस जिले में इंजीनियर और लाइनमैन रिश्वत लेते धराए Mokama Murder : 'फेफड़े फट गए और हड्डी टूट गई ...', दुलारचंद यादव हत्याकांड का पोस्टमार्टम कॉपी आया सामने, जानिए घटना के दिन की एक-एक बात Montha Cyclone Bihar: बिहार में ‘मोन्था’ साइक्लोन को लेकर अलर्ट, 19 क्विक रिस्पॉन्स टीम का हुआ गठन Ration Card : 1 नवंबर से राशन कार्ड में बड़ा बदलाव: डिजिटल DBT, पौष्टिक राशन और 8 प्रमुख लाभ New Rules From 1st November: आज से बदल गया यह नियम, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर; जानिए पूरी डिटेल Bihar Board : बिहार बोर्ड ने घोषित की इंटर और मैट्रिक सेंट-अप परीक्षा 2026 की तिथियां, मुख्य परीक्षा के लिए अनिवार्य होगी 75% उपस्थिति Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन PM मोदी के बिहार आगमन से कितना बदल सकता है समीकरण; इस इलाके में गूंजेगी आवाज तो किसे होगा फायदा? Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 23 Apr 2025 06:25:07 AM IST
Bihar news - फ़ोटो File photo
Bihar News : बढ़ती गर्मी और तापमान में हो रही लगातार वृद्धि को देखते हुए वन विभाग ने राजगीर आने वाले पर्यटकों के लिए एक अहम फैसला लिया है।
जानकारी के अनुसार अब जू सफारी, नेचर सफारी, ग्लास ब्रिज और बर्ड एवियरी में पर्यटकों की एंट्री सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही होगी। इस संबंध में नालंदा वन प्रमंडल पदाधिकारी राजकुमार एम और जू सफारी निदेशक रामसुंदर एम ने संयुक्त आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, यह व्यवस्था 24 अप्रैल से लागू होगी।
बताया जा रहा है कि, इससे पहले पर्यटकों को सुबह 8 बजे से प्रवेश की अनुमति थी, लेकिन भीषण गर्मी को देखते हुए इसे दो घंटे पहले कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इन दिनों राजगीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है, जिससे न केवल वन्य प्राणियों पर असर पड़ रहा है, बल्कि पर्यटकों की सेहत पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
आपको बताते चलें कि, गर्मी के इस चरम दौर में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम से बचाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। साथ ही, वन्य जीवों की भी रक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष भी भीषण गर्मी के दौरान यही निर्णय लिया गया था, जिससे पर्यटकों को राहत मिली थी।