हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला, कहा..आरक्षण विरोधी रहा है दोनों पार्टियों का चरित्र Bihar Ias Officers: बिहार के 12 IAS अफसरों को मिली एक और नई जिम्मेदारी, पूरी लिस्ट देखें.... Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्धा शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली Bihar News: सड़क हादसे में अनियंत्रित होकर पलटी यात्रियों से भरी बस, 15 घायल
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Fri, 07 Mar 2025 11:01:49 AM IST
- फ़ोटो Google
Bihar News : राज्य सरकार ने महिलाओं पर हिंसा रोकने के लिए वन स्टॉप सेंटर की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके माध्यम से महिला हिंसा पर रोक लगाने और उन्हें त्वरित सहायता प्रदान करने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं, महिलाओं को हक-अधिकार की जानकारी देने और वन स्टॉप सेंटर से मिलने वाली सहायता को लेकर जागरूक करने के लिए हर सप्ताह जिले के किसी पंचायत में जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
राज्य सरकार का मानना है कि अगर वे जागरूक होंगी तो जरूरत पड़ने पर तुरंत इसका लाभ उठा सकेंगी। गांव की महिलाएं इन सेंटरों से मिलने वाली लाभ के प्रति जागरूक नहीं होती हैं, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं होती। ऐसे में जब गांव की महिलाएं जागरूक होंगी तो जरूरत पड़ने पर इसका लाभ भी उठा सकेंगी। इसीलिए सरकार वन स्टॉप सेंटर की संख्या गांवों में बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है। सरकार चाहती है कि हिंसा पीड़ित महिलाओं को न्याय या मदद के लिए भटकना नहीं पड़े, उन्हें एक ही जगह सभी आवश्क सेवाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं ताकि वे खुलकर अपनी समस्याएं साझा कर सकें।
सरकार के इस प्रयास से महिलाएं अपने हक-अधिकार के प्रति जागरूक हो रही हैं। साथ ही, किसी प्रकार की कानूनी सहायता एवं घरेलू हिंसा से किसी प्रकार की अन्य हिंसा के खिलाफ भी मुखकर होकर सामने आ रही हैं। राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसा बिहार में अभी 39 वन स्टॉप सेंटर चल रहे हैं, जहां चार हजार से अधिक महिलाओं को चिकित्सकीय, कानूनी और परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराई गई है। इस सेंटर में पीड़ित महिलाओं को पांच दिनों तक रूकने की सुविधा भी दी जाती है। जरूरत पड़ने पर इसे दस दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। वन स्टॉप सेंटर का मुख्य उद्देश्य हिंसा से पीड़ित महिलाओं को तत्कान चिकित्सा सेवा, कानूनी सहायता और परामर्श उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है।