1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 20 May 2025 01:35:03 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो google
Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षकों की लापरवाही को लेकर शिक्षा विभाग अब सख्त रुख अपनाने लगा है। जिले में कई शिक्षकों द्वारा फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कराने के मामले सामने आए हैं। शिक्षक स्वयं स्कूल नहीं आते, और उनके स्थान पर कोई और व्यक्ति तस्वीर के माध्यम से उनकी उपस्थिति दर्ज कर देता है।
दरअसल, हाजिरी में गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद शिक्षा विभाग सतर्क हो गया है। पटना जिले में इस तरह के शिक्षकों की संख्या लगभग 1500 पाई गई है। इनमें से केवल 500 शिक्षक ही वास्तव में "मार्क ऑन ड्यूटी" के तहत उपस्थित रहते हैं, जबकि बाकी लगभग 1000 शिक्षक इस सुविधा का गलत उपयोग कर रहे हैं।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल और सेल्फी हाजिरी पर विशेष ध्यान
जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) संजय कुमार ने बताया कि शिक्षकों को "ई-शिक्षा कोष पोर्टल" पर प्रतिदिन इन और आउट की सेल्फी के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होती है। लेकिन कुछ शिक्षकों द्वारा फर्जी सेल्फी अपलोड कर स्कूल से गायब रहने की शिकायतें मिल रही हैं।
आम नागरिकों को शिकायत का अधिकार
अब विभाग ने शिक्षकों के खिलाफ शिकायत करने का अधिकार आम नागरिकों को भी दे दिया है। यदि किसी को फर्जी उपस्थिति या शिक्षकों की लापरवाही से संबंधित कोई जानकारी मिलती है तो वे deopatnaagainstcorruption@gmail.com पर प्रमाणिकता के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू
जिला शिक्षा कार्यालय ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए हैं। फर्जी सेल्फी और उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों की रैंडम जांच बहुत जल्द की जाएगी। इस कार्य में जिला शिक्षा कार्यालय के अधिकारी भी सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
गंभीर मामलों में बख्शा नहीं जाएगा
DEO संजय कुमार ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा, "फर्जी उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों को बख्शा नहीं जाएगा। यह बहुत ही गंभीर मामला है। यदि ऐसे शिक्षक पकड़ में आते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" उन्होंने यह भी कहा कि कुछ शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें पढ़ाने-पढ़ने से कोई मतलब नहीं है और वे स्कूल का शैक्षणिक माहौल खराब करते हैं। सरकार स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण के लिए कई योजनाएं चला रही है, और हाल के दिनों में इसमें सुधार भी हुआ है। लेकिन कुछ लोग इसे जानबूझकर बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।