train accident : जमुई रेल हादसा के बाद यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, 9 ट्रेनों की रद्द और 14 ट्रेनों के रूट में बदलाव

आसनसोल मंडल में लाहाबन-सिमुलतला के बीच मालगाड़ी के 8 डिब्बे बेपटरी, रेल परिचालन प्रभावित, बाघ एक्सप्रेस रद्द और डायवर्ट, यात्रियों को रेलवे की ओर से राहत मिल रही है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 28 Dec 2025 12:23:18 PM IST

train accident : जमुई रेल हादसा के बाद यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, 9 ट्रेनों की रद्द और 14 ट्रेनों के रूट में बदलाव

- फ़ोटो

train accident : आसनसोल मंडल (पूर्व रेलवे) के लाहाबन-सिमुलतला स्टेशनों के बीच शुक्रवार रात 27 दिसंबर 2025 को एक गंभीर रेल हादसा हुआ, जिसमें मालगाड़ी के 8 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह दुर्घटना रात लगभग 11.25 बजे हुई, जिससे रेल परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया और हावड़ा-पटना तथा हावड़ा-मुजफ्फरपुर रेल लाइन पर यात्री और मालगाड़ियों के परिचालन में बड़ा असर पड़ा।


दुर्घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। आसनसोल, मधुपुर और झाझा से एआरटी (आपात राहत टीम) घटना स्थल की ओर रवाना की गई और पटरी बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य जारी है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दोनों अप और डाउन लाइन पर रेल परिचालन बाधित होने के कारण हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।


इस हादसे के कारण कई प्रमुख ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। मुजफ्फरपुर से हावड़ा जाने वाली 13020 बाघ एक्सप्रेस को बरौनी से डायवर्ट किया गया और इसमें 16 स्टेशनों पर गाड़ी को रद्द कर दिया गया। वहीं, हावड़ा से मुजफ्फरपुर आने वाली 13019 बाघ एक्सप्रेस अंडाल और किऊल के बीच रद्द कर दी गई। इस कारण चित्तरंजन, मधुपुर और जसीडीह में बड़ी संख्या में उत्तर बिहार के यात्री फंस गए और उन्हें पूरी रात स्टेशन पर बितानी पड़ी। रेलवे ने प्रभावित यात्रियों को सहायता प्रदान की।


पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि लाहाबन-सिमुलतला के बीच मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने से परिचालन बाधित हुआ और प्रभावित मार्ग पर यात्री तथा मालगाड़ियों के परिचालन को दोबारा चालू करने के लिए राहत एवं बहाली कार्य युद्धस्तर पर जारी है।


रेलवे की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार इस हादसे के बाद कुल 9 ट्रेनों को रद्द किया गया है। रद्द की गई ट्रेनों में 12369, 13105, 13030, 63571, 63574, 63297, 63298, 63572 और 63566 शामिल हैं।


इसके अलावा 14 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए। डायवर्ट की गई ट्रेनों में प्रमुख ट्रेनें और उनके वैकल्पिक मार्ग इस प्रकार हैं:


18183 – PKA-DHN-GAYA-PNBE


12305 – PKA-DHN-GAYA-DDU


22347 – PKA-DHN-GAYA-PNBE


15049 – JSME-BAKA-BGP-KIUL


11428 – DGHR-BAKA-BGP-KIUL


12361 – PKA-DHN-GAYA-DDU


17006 – KIUL-TIA-BNF-KQRGMO-RJB


13332 – GAYA


13106 – KIUL-BGP-GMAN-RPHBWN


18621 – GAYA-GOMOHRAJABERA


13020 – BJU-MGR-BGP-SBGGMAN-RPH-BWN


22844 – BKP-TIA-BNF-KQR-GMOPKA-ASN


13044 – BJU-MGR-BGP-SBGGMAN-RPH-BWN


13508 – KIUL-TIA-BNF-KQRGMO-PKA-ASN


रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान रद्द और डायवर्ट की गई ट्रेनों की जानकारी रेलवे की वेबसाइट और हेल्पलाइन से अवश्य लें। उन्होंने यह भी कहा कि राहत एवं पटरी बहाली कार्य में सुरक्षा और बचाव को प्राथमिकता दी जा रही है और रेल परिचालन जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में लौटाने का प्रयास किया जा रहा है।


इस हादसे के कारण न केवल उत्तर बिहार बल्कि पूर्वी भारत के कई क्षेत्रों के यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई। विशेष रूप से जसीडीह स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए थे। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर त्वरित राहत केंद्र स्थापित किया और प्रभावित यात्रियों के लिए पानी, भोजन और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की।


रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया कि मालगाड़ी के डिब्बों के उतरने के कारण किसी प्रकार के यात्री या कर्मचारी की जान का नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, परिचालन बाधित होने से आने-जाने वाले यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।


पूर्व रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना के कारण हावड़ा-पटना, हावड़ा-मुजफ्फरपुर और आसनसोल मंडल के कई हिस्सों में परिचालन प्रभावित हुआ। इस बीच, रेल परिचालन को सुचारू बनाने के लिए रेलवे ने अन्य मार्गों का उपयोग किया और कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। रेलवे प्रशासन का दावा है कि प्रभावित ट्रेनों के लिए वैकल्पिक सेवाओं को बढ़ाया गया है और यात्रियों की सुरक्षा तथा सुविधा के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं।