jamui inter exam: सेंटर पर 5 मिनट देर पहुंचने पर दर्जनों छात्र-छात्राएं इंटर परीक्षा से वंचित, DEO ने कहा..5 मिनट क्या 30 सेकंड की देरी हुई तो नहीं मिलेगा प्रवेश फर्जी ऑनर बुक बनाकर चोरी की गाड़ियों को बेचने वाले गिरोह का खुलासा, 3 अपराधी गिरफ्तार, मास्टरमाइंड फरार पटना में 2 दिनों से गायब युवक की मिली लाश, सिर और आंख में गोली मारकर की गई हत्या Budget 2025: मंत्री नीतीश मिश्रा ने आम बजट का किया स्वागत, Budget को बताया विकसित भारत के संकल्प के प्रति समर्पित परीक्षा से वंचित इंटर छात्रा पहुंचीं मानवाधिकार आयोग, DEO और केंद्राधीक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज मकान मालिक की दबंगई देखिये: घर खाली नहीं किया तो महिला शिक्षिका को बनाया बंधक, हाथ-पैर बांधकर कमरे में किया कैद Bihar News: बिहार में उद्योग विभाग ने की बड़ी तैयारी, 51 दिन के भीतर लगेंगी 15 फैक्ट्री; युवाओं को मिलेंगे नए अवसर पटना के A.N. कॉलेज की छात्रा 2 दिनों से गायब, थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज Delhi Assembly Election: बिहार के इन 11 अफसरों की दिल्ली चुनाव में लगी ड्यूटी, बनाए गए मतगणना प्रेक्षक,लिस्ट देखें... आम बजट ने बिहार को फिर किया उपेक्षित, बोले मुकेश सहनी..ना माया मिली ना राम
01-Feb-2025 06:04 PM
muzaffarpur: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार से इंटर की परीक्षा विभिन्न जिलों में आयोजित की। इंटर परीक्षा के पहले दिन आज मुजफ्फरपुर में एक छात्रा को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। मुजफ्फरपुर के नितीश्वर महाविद्यालय परीक्षा केंद्र पर इंटर की परीक्षा देने के लिए छात्रा पहुंची थी। लेकिन समय से पहले ही मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया।
पीड़ित छात्रा रत्न प्रिया का कहना है कि वह परीक्षा केंद्र पर समय पर पहुँच गई थी लेकिन सेंटर पर पहुँचते ही मुख्य गेट को बंद किया जा रहा था, जबकि घड़ी में 5 मिनट समय बचा हुआ था। उपस्थित पुलिस कर्मियों और केन्द्राधीक्षक ने उसे सेंटर के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया जबकि उससे आगे वाले छात्रों को प्रवेश करने दिया गया। सिर्फ उसे ही परीक्षा से वंचित कर दिया गया। छात्रा ने काफी मिन्नत की लेकिन उसे सेंटर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया।
पीड़िता ने परीक्षा केंद्र से ही जिला शिक्षा पदाधिकारी के मोबाइल नंबर पर कॉल किया लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कुछ भी सुनने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित छात्रा ने मामले में मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से जिला शिक्षा पदाधिकारी व नितीश्वर महाविद्यालय के केंद्राधीक्षक के खिलाफ राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग में परिवाद दायर किया है।
मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा ने बताया कि यह मामला मानवाधिकार उल्लंघन के अति गंभीर कोटि का मामला है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा परिस्थिति से अवगत होने के बावजूद कोई पहल नहीं करने के कारण एक छात्रा का एक साल का महत्वपूर्ण समय बर्बाद हो गया, जो कही से भी उचित नहीं है। पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए मानवाधिकार आयोग में परिवाद दर्ज कराया गया है।