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09-Mar-2025 01:36 PM
Bihar news: बिहार के मुजफ्फरपुर जंक्शन पर रेलवे लाइन मरमत करने के दौरान मौत हो गयी। दरअसल, मुजफ्फरपुर जंक्शन पर शनिवार की दोपहर 12.40 बजे रेललाइन की मरम्मत कर रहे गैंगमैन 22 वर्षीय मनीष कुमार की पैडल क्लिप छिटकने से मौत हो गई। मनीष तुर्की थाना क्षेत्र के छाजन दुबियाही का रहने वाला था। तीन साल पहले उसकी नौकरी लगी थी। अगले 23 अप्रैल को उसकी शादी होने वाली थी।
मनीष आरपीएफ पोस्ट के सामने प्लेटफॉर्म एक और दो के बीच दो नंबर लाइन पर काम कर रहा था। इस दौरान हैमर मारने से छिटका पैडल क्लिक उसकी दाएं आंख में लग गया। जिसके कारण उसकी आंख लहूलुहान हो गई। वह दर्द से कराहता हुआ बेहोस होकर गिर गया। आनन फानन में उसे ऑटो से जूरन छपरा स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। उसके बाद शव को जंक्शन स्थित रेल अस्पताल लाया गया और उसके परिजनों को सूचित कर बुलाया गया। जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। कागजी प्रक्रिया के बाद रेल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया।
वहीं रेल चिकित्सक डॉ. शालीग्राम चौधरी ने बताया कि पैडल क्लिप छिटककर चेहरे और आंख पर लगा था। अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। रेल थानेदार रंजीत कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को शव सौंप दिया गया है। देर रात गांव में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दे कि मनीष घर का एकलौता था जोसरकारी नौकरी में कार्यरत था जंक्शन पर ग्रामीणों ने बताया कि मनीष परिवार में सबसे छोटा था। पिता दिलीप ठाकुर और बड़े भाई छोटू ठाकुर फर्नीचर का काम करते हैं। घटना के बाद पिता-मां के साथ बड़े भाई और उसके होने वाले ससुराल पक्ष के लोग भी जंक्शन पर पहुंचे थे। वह रोज अपने गांव से जंक्शन पर ड्यूटी करने आता था।
देर शाम मनीष का शव गांव छाजन दुबियाही पहुंचा। शव जैसे ही गांव पहुंचा, वहां हडकंप मच गई। देर रात अंतिम संस्कार किया गया। हादसे के समय मनीष के साथ काम कर रहे मेट शंभू ने बताया कि दोनों जंक्शन के रेललाइन संख्या दो पर पैडल क्लिप की जांच कर उसकी मरम्मत कर रहे थे। जांच के दौरान पता चला कि एक क्लिप टूटा है। दोनों मिलकर उसे दुरुस्त करने लगे। पहले 10-12 हैमर (हथौड़ा) मारकर उसे गर्म कर रहे थे ताकि क्लिप आसानी से निकल जाए। फिर नया क्लिप लगाया जाता। इसी बीच प्लेटफॉर्म दो पर एक ट्रेन आने लगी।
शंभू ने बताया कि वह निगरानी करने लगा। तभी तेज आवाज हुई और मनीष कराहते हुए लाइन नंबर एक की ओर गिर गया। तब वह देखा कि मनीष की दाहिनी आंख बाहर निकली हुई है। वह बेहोश है। उसने शोर मचाया और फिर अधिकारियों को हादसे की सूचना दी. मनीष की शादी दिसंबर 2024 में ही तय हुई थी। वह घर का एकलौता सरकारी नौकरी में है।
शादी के बाद वह घर का भी निर्माण कराएगा। पिता और भाई के लिए नयी दुकान खोलने की तैयारी कर रहा था। पोस्टमार्टम के बाद शव इंजीनियरिंग विभाग के पुराने कार्यालय के पास लाया गया। यहां ईसीआरइयू और ईसीआकेयू के पदाधिकारियों ने तिरंगा ओढ़ाकर मनीष को श्रद्धांजलि दी।