BPSC पेपर लीक मामला: DSP रंजीत रजक को मिली बड़ी राहत मुंडेश्वरी कॉलेज फॉर टीचर एजुकेशन में एल्युमिनी मीट का आयोजन, पूर्व छात्रों ने छात्र जीवन को किया याद Bihar Crime News: पत्नी को चूहे मारने वाली दवा खिला मारना चाहता था शख्स, पिछले 4 साल से दूसरी महिला के साथ हैं नाजायज संबंध नीतीश कुमार बिहार में नागरिक आजादी के प्रतीक, आज भी राजद नेताओं- कार्यकर्ताओं के संस्कार में रत्ती भर भी बदलाव नहीं आया- JDU Bihar Teacher News: बांका में दो शिक्षिकाओं की फर्जी हाजिरी का खुलासा, जिले से बाहर रहकर बनाती थी अटेंडेंस Bihar News: बिहार में मखाना किसानों के लिए बड़ी सौगात, सरकार देगी सीधा ऋण; जानिए... Sudha milk price hike : सुधा दूध हुआ महंगा: 22 मई से बढ़े दाम, जानें नई कीमतें CHAPRA: प्रशांत किशोर की पहल का असर: जेपी के पैतृक घर में बहाल हुई बिजली और शुरू हुई पानी की आपूर्ति Bihar News: आरा में आवारा कुत्ते का 2 मासूमों पर हमला, बड़े भाई की मौत, छोटा गंभीर हालत में PMCH रेफर Yashwant Sinha : यशवंत सिन्हा ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए लगाये गंभीर आरोप...पहलगाम आतंकी हमले पर उठाये सवाल ?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 02 Apr 2025 02:35:57 PM IST
अगलगी में कई एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद - फ़ोटो रिपोर्टर
Bihar News : मुजफ्फरपुर जिले के तुर्की थाना क्षेत्र अंतर्गत चढ़ुआ गांव में अचानक गेहूं के लहलहाते फसल वाले खेत में आग लग गई। आग को देखकर आसपास के गांव के लोग जुट गए और आग को बुझाने के लिए प्रयास करने लगे। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उसके आसपास जाने की हिम्मत कोई भी नहीं जुटा पा रहा था। जिसके बाद स्थानीय पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई।
इस बारे में बात करते हुए स्थानीय जिला परिषद प्रतिनिधि सुशील कुमार ने बताया कि अचानक आग लगने से लगभग 5 एकड़ से ज्यादा की फसल जलकर राख हो गई है। प्रशासन को इस घटना की सूचना दे दी गई है और प्रशासन से अब बेबस किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
बताते चलें कि इस भयानक अगलगी की घटना में प्रेम सिंह, भूषण सिंह, रामनारायण सिंह, पप्पू सिंह, गुड्डू सिंह समेत दर्जनों किसानों की फसल जलकर पूरी तरह से नष्ट हो गई। अब ये सभी पीड़ित सरकारी मदद के लिए टकटकी लगाए हुए हैं। ज्ञात हो कि आजकल गर्मी में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है, जिसके कारण इस तरह की घटनाओं की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है.
बेचारे किसान भी इस मामले में बेबस हैं, वे पूरे समय कड़ी मेहनत के बल पर अपनी फसल को तैयार करते हैं, इस उम्मीद में कि एक दिन वे इसे काटेंगे, तैयार करेंगे और इसे बेचकर कुछ आमदनी कमाएँगे, साथ ही पूरे साल उनके परिवार के खाने के लिए अनाज की भी व्यवस्था हो जाएगी. मगर ऐसी घटना हो जाने के बाद वे ना तो इधर के रह जाते हैं और ना उधर के।
राजन कुमार की रिपोर्ट