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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 21 May 2025 02:57:34 PM IST
बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar News: रामायण काल से जुड़ा ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल सीताकुंड अब पर्यटन के मानचित्र पर अपनी चमक बिखेरेगा। बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने इस पौराणिक स्थल के समग्र विकास के लिए 6.98 करोड़ की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके साथ ही प्रथम किस्त के रूप में ₹3.49 करोड़ की राशि भी जारी कर दी गई है।
मुंगेर मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दूर सदर प्रखंड क्षेत्र में स्थित सीताकुंड वह स्थल है जहां मां सीता ने अग्निपरीक्षा दी थी, ऐसा माना जाता है। यहां आज भी एक गर्म पानी का कुंड मौजूद है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसके अलावा राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के नाम से भी चार ठंडे पानी के कुंड यहां स्थित हैं, जो इस स्थल की धार्मिक महत्ता को और बढ़ाते हैं।
यह स्थल न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां माघ महीने में लगने वाला मेला भी हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यह मेला एक माह तक चलता है और बिहार सहित झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना करने आते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि सालभर श्रद्धालु यहां आते हैं, लेकिन माघ मेला इस स्थान की पहचान बन चुका है।
पर्यटन विभाग द्वारा सीताकुंड में निम्नलिखित संरचनात्मक और पर्यटकीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिसमें प्रवेश द्वार का निर्माण, शौचालय ब्लॉक की स्थापना, व्यवस्थित दुकानें और चहारदीवारी, पार्किंग क्षेत्र का निर्माण, कुंड के चारों ओर सीढ़ियों का निर्माण और समग्र स्थल का सौंदर्यीकरण व बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा राज्य सरकार धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों के विकास को प्राथमिकता दे रही है। सीताकुंड जैसे पौराणिक स्थलों के विकास से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह योजना वित्तीय वर्ष 2025-26 के तहत अगले 12 महीनों में पूरी की जाएगी, जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
स्थानीय निवासी दिलीप कुमार निषाद ने कहा, यह वर्षों पुरानी मांग थी। यहां बहुत श्रद्धालु आते हैं, लेकिन सुविधाओं की कमी से परेशानी होती थी। अब सरकार के इस निर्णय से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि गांव के युवाओं को भी आजीविका के अवसर मिलेंगे।
मुंगेर से इम्तियाज खान की रिपोर्ट