1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 27 Dec 2025 08:49:36 AM IST
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Police Encounter : गोपालगंज जिले के प्रसिद्ध थावे दुर्गा मंदिर परिसर में हुई चोरी की घटना के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस सनसनीखेज कांड के खुलासे की दिशा में आगे बढ़ते हुए पुलिस ने मुठभेड़ के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि विशेष जांच टीम (एसआईटी) की त्वरित और सटीक कार्रवाई से मंदिर चोरी कांड के पर्दाफाश की राह लगभग साफ हो गई है।
एसपी अवधेश दीक्षित के अनुसार, आज सुबह सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात दीपक राय गैंग का एक सदस्य गोपालगंज जिले में मौजूद है और उसके पास थावे मंदिर चोरी से जुड़ा कुछ सामान भी है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई की योजना बनाई और थावे थाना क्षेत्र के रिकी टोला के समीप छापेमारी शुरू की।
छापेमारी के दौरान पुलिस को देखते ही आरोपी ने खुद को घिरता देख पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। अचानक हुई इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने पहले आरोपी को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी, लेकिन जब उसने फायरिंग जारी रखी और पुलिसकर्मियों की जान को खतरा उत्पन्न हुआ, तब आत्मरक्षा में पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इस कार्रवाई में आरोपी इस्माइल आलम के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया।
घायल आरोपी को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोमूल रूप से गाजीपुर-मोतिहारी क्षेत्र का रहने वाला है और हाल के दिनों में वह शाहपुर थाना क्षेत्र में रह रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में ही आरोपी ने कई अहम जानकारियां पुलिस को दी हैं।
पुलिस ने मौके से मां थावे भवानी के मुकुट के कुछ महत्वपूर्ण हिस्से, चोरी की घटना में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन और अन्य जरूरी साक्ष्य बरामद किए हैं। यह बरामदगी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, क्योंकि मंदिर से चोरी गए आभूषणों को लेकर श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश और चिंता थी।
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि आरोपी इस्माइल आलम ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पूरी गैंग का खुलासा कर दिया है। उसने यह भी बताया कि चोरी की योजना किसने बनाई, किन-किन लोगों ने मिलकर मंदिर में प्रवेश किया, किस तरह सुरक्षा व्यवस्था को चकमा दिया गया और चोरी किए गए आभूषणों को कहां-कहां छिपाया गया। आरोपी ने यह भी जानकारी दी है कि कुछ जेवरात किस व्यक्ति को सौंपे गए हैं और बाकी बचे आभूषण फिलहाल किन लोगों के पास हैं।
पुलिस के अनुसार, यही आरोपी दीपक राय के साथ थावे दुर्गा मंदिर में घुसकर चोरी करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही पुलिस लगातार आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई थी। इस गिरफ्तारी को पुलिस मंदिर चोरी कांड के खुलासे की दिशा में एक बड़ी कड़ी मान रही है।
एसपी ने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता जल्द से जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर चोरी गए समस्त आभूषणों की बरामदगी करना है। आरोपी के बयान के आधार पर लगातार अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और अन्य फरार आरोपियों को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
थावे दुर्गा मंदिर बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में आस्था का बड़ा केंद्र माना जाता है। मंदिर में हुई चोरी की घटना से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई थीं। ऐसे में पुलिस की इस सफलता से लोगों में राहत और विश्वास दोनों बढ़ा है। पुलिस अधीक्षक ने भरोसा दिलाया है कि पूरे मामले का जल्द ही सफल उद्भेदन कर लिया जाएगा और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।