Bihar News: बिहार की इस ट्रेन से छीना गया सुपरफास्ट का टैग, यात्रियों को कई मामलों में फायदा CBSC 2026 : 2026 से CBSE बोर्ड परीक्षाओं में डिजिटल जांच और AI का बड़ा इस्तेमाल, जाने अब कैसे होगा कॉपियों का जांच Bihar High Court : हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: पूर्व विधायक मनोज मंजिल समेत 23 की उम्रकैद बरकरार, एक सप्ताह में सरेंडर करने का आदेश Bihar News: बिहार में इस दिन से सैकड़ों घाटों पर शुरू होगा बालू खनन, अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए विशेष तैयारी Bihar News: गयाजी एयरपोर्ट से 10 जिंदा कारतूस के साथ एक गिरफ्तार, एक्सरे मशीन से चेकिंग में हुआ खुलासा UGC NET Dec 2025: UGC NET का नोटिफिकेशन जारी, जानें कब से कर सकते हैं आवेदन Bihar Flood: बिहार में बाढ़ का कहर जारी, 15 साल बाद 21 नदियां खतरे के निशान से ऊपर, रात में भी तटबंधों की निगरानी Bihar Weather: बिहार के दर्जनों जिलों में आज वर्षा की संभावना, मौसम विभाग की चेतावनी जारी Bihar Election 2025: चुनाव आयोग का सख्त निर्देश, प्रत्याशियों को बताने होंगे आपराधिक केस, खर्च सीमा हुई तय; जान लें पूरी डिटेल BIHAR: बिजली टावर पर चढ़ा बुजुर्ग, हाईटेंशन तार पर लटकने के बाद खेत में गिरा, बाल-बाल बची जान
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 15 Jan 2025 01:38:56 PM IST
साईकिल से वैष्णो देवी - फ़ोटो google
Bihar News: धार्मिक आस्था के साथ सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए गया के रहने वाले प्रकाश कुमार गुप्ता अपने बेटे यशराज के साथ साइकिल से वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे हैं। वे हर दिन 90-100 किलोमीटर साइकिल चलाएंगे। इस यात्रा का मकसद धार्मिक आस्था के साथ-साथ सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार और विश्व में शांति की कामना करना है।
बोधगया के रहने वाले प्रकाश कुमार गुप्ता मकर सक्रांति पर मां मंगला गौरी के दर्शन करने के बाद अपने 8 साल के बेटे यशराज के साथ साइकिल से वैष्णो देवी की यात्रा शुरू की है। अपने बेटे की इच्छा पूरी करने और सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए वे ये अनोखी यात्रा कर रहे हैं। इस यात्रा में वे रोजाना 90 से 100 किलोमीटर साइकिल चलाएंगे।आपको बता दें कि इससे पहले भी पिता-पुत्र की ये जोड़ी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय साइकिल से अयोध्या गई थी।
प्रकाश कुमार गुप्ता बोधगया के रामपुर में एक छोटा सा ढाबा चलाते हैं। उनके बेटे यशराज ने साइकिल से वैष्णो देवी जाने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद उन्होंने साइकिल से वैष्णो देवी को यात्रा करने की सोची। वे लोगों को ये संदेश देना चाहते हैं कि अगर इच्छा शक्ति मजबूत हो तो कुछ भी मुमकिन है।