शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
07-Mar-2025 07:14 AM
By First Bihar
Sharadiya Navratri 2025: सनातन धर्म में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व है। यह पर्व हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक मनाया जाता है। इस दौरान मां दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तजन व्रत, हवन, जप और साधना के माध्यम से देवी मां को प्रसन्न करते हैं, जिससे सुख, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
शारदीय नवरात्र 2025 तिथि एवं शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 सितंबर को देर रात 01:23 बजे से प्रारंभ होगी और 23 सितंबर को रात 02:55 बजे समाप्त होगी। चूंकि सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य होती है, इसलिए शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर 2025, सोमवार से होगी। इस दिन उत्तराफाल्गुनी और हस्त नक्षत्र का संयोग रहेगा।
घटस्थापना मुहूर्त – 22 सितंबर 2025, सुबह 06:09 से 08:06 तक
अभिजीत मुहूर्त – 22 सितंबर 2025, सुबह 11:49 से दोपहर 12:38 तक
शारदीय नवरात्र 2025 पूजा कैलेंडर
22 सितंबर 2025
मां शैलपुत्री की पूजा
23 सितंबर 2025
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
24 सितंबर 2025
मां चंद्रघंटा की पूजा
25 सितंबर 2025
मां कूष्मांडा की पूजा
26 सितंबर 2025
मां स्कंदमाता की पूजा
27 सितंबर 2025
मां कात्यायनी की पूजा
28 सितंबर 2025
मां कालरात्रि की पूजा
29 सितंबर 2025
मां सिद्धिदात्री की पूजा
30 सितंबर 2025
मां महागौरी की पूजा
01 अक्टूबर 2025
महानवमी (कन्या पूजन)
02 अक्टूबर 2025
विजयदशमी (दशहरा)
नवरात्रि पूजा विधि
कलश स्थापना (घटस्थापना): नवरात्र के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें। इसमें आम, अशोक और आम्रपल्लव रखें तथा गंगाजल भरें।
मां दुर्गा की स्थापना: देवी दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें और अखंड ज्योति जलाएं।
व्रत एवं संकल्प: नवरात्रि व्रत का संकल्प लेकर मां दुर्गा की पूजा प्रारंभ करें।
पूजा सामग्री: लाल कपड़ा, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, फल, नैवेद्य और पंचामृत चढ़ाएं।
दुर्गा सप्तशती पाठ: प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करें।
कन्या पूजन: नवरात्रि के अंतिम दिन नौ कन्याओं का पूजन करें और उन्हें भोजन व दक्षिणा देकर विदा करें।
हवन और विसर्जन: नवरात्रि के अंतिम दिन हवन करें और मां दुर्गा की मूर्ति या कलश का विसर्जन करें।
शारदीय नवरात्र के लाभ
मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
आर्थिक उन्नति और समृद्धि प्राप्त होती है।
परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।
शारदीय नवरात्र देवी दुर्गा की उपासना का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। इस दौरान भक्त श्रद्धा और भक्ति भाव से मां दुर्गा की पूजा कर उनके आशीर्वाद की प्राप्ति करते हैं। यदि विधिपूर्वक पूजा और व्रत किया जाए तो मां दुर्गा सभी संकटों का नाश कर अपने भक्तों को सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं।