ब्रेकिंग न्यूज़

India-Russia Defense Deal: भारत-रूस डिफेंस डील से कराह उठा अमेरिका, कहा "यह तो दोस्ती निभाने का तरीका बिल्कुल नहीं" RJD MLC Sunil Singh: राजद एमएलसी सुनील सिंह पर 43 लाख लेने का आरोप ... ना दाल दी और ना कोई जवाब दिया – FIR दर्ज Bihar News: राजस्व विभाग के कर्मचारियों को नया दर्जा, सैलरी बढ़ोतरी समेत पदनाम भी बदलेगा IPL 2025 Final: फाइनल से ठीक पहले PBKS को योगराज सिंह की सलाह, कहा "ये काम करो और ट्रॉफी तुम्हारी" Patna News: क्यों संकट में है पटना का राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज? वेबसाइट बंद होने से खतरे में मान्यता Bihar Crime News: मौलवी के प्यार को ठुकराना महिला टीचर को पड़ा भारी, किराए के हत्यारों से करवाया पिता का मर्डर Bihar news: कार के सनरूफ से सिर निकालना पड़ सकता है भारी, अब पटना पुलिस करेगी सख्त कार्रवाई Bihar Land Purchase: जमीन खरीदने में नहीं चाहिए कोई विवाद तो हमेशा करें यह 3 काम, बाद में नहीं आएगी रोने की नौबत Bihar Teacher Transfer: तबादला न चाहने वाले शिक्षकों के पास मौका, इस दिन तक कर लीजिए बस ये काम Road Accident: भीषण सड़क हादसे में एक की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल

Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी को लेकर दूर कर लें कंफ्यूजन, कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त जानिए..

Chaitra Navratri 2025

26-Mar-2025 04:25 PM

By First Bihar

Chaitra Navratri 2025: आगामी 30 मार्च 2025 से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाएगी। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान है, लेकिन इस बार पंचमी तिथि का क्षय होने के कारण नवरात्रि केवल आठ दिन के होंगे। नवरात्रि के 9 की बजाय 8 दिन होने के कारण अष्टमी और नवमी तिथियों को लेकर लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बन गई है। 


आइए जानते हैं, चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथियाँ कब हैं। पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 04 अप्रैल 2025 को रात 08 बजकर 12 मिनट पर प्रारंभ होगी और 05 अप्रैल 2025 को रात 07 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, अष्टमी 05 अप्रैल 2025, शनिवार को मनाई जाएगी।


वहीं, नवमी तिथि 05 अप्रैल 2025 को रात 07 बजकर 26 मिनट पर प्रारंभ होगी और 06 अप्रैल 2025 को रात 07 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। राम नवमी 06 अप्रैल 2025, रविवार को मनाई जाएगी।


नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व है, जो आठवें और नौवें दिन किया जाता है। इस दिन नौ छोटी लड़कियों को भोजन कराया जाता है और उन्हें दक्षिणा देकर सम्मानपूर्वक विदा किया जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इन नौ कन्याओं को मां दुर्गा के नौ स्वरूप माना जाता है।


अष्टमी कन्या पूजन मुहूर्त:

- ब्रह्म मुहूर्त: 04:35 am से 05:21 am

- प्रात: संध्या: 04:58 am से 06:07 am

- अभिजित मुहूर्त: 11:59 am से 12:49 pm


नवमी कन्या पूजन मुहूर्त:

- ब्रह्म मुहूर्त: 04:34 am से 05:20 am

- प्रात: संध्या: 04:57 am से 06:05 am

- अभिजित मुहूर्त: 11:58 am से 12:49 pm.