Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी
06-Jan-2025 03:57 PM
By First Bihar
Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने आज क्राइम बुलेटिन जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन राज को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने सीएम नीतीश की प्रगति यात्रा को दुर्गति यात्रा करार दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि बेसुध है सरकार..बिहार में खून की बहार. दुर्गति यात्रा पर निकले CM चंद दिनों की प्रमुख आपराधिक घटनाओं पर मुँह खोलें. तेजस्वी यादव के क्राइम बुलेटिन पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने जबरदस्त प्रहार किया है.
जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा है कि जंगलराज वाली पार्टी के युवराज सुशासन राज का क्राइम बुलेटिन जारी कर रहे...यह हैरत की बात है. कानून व्यवस्था को अपनी पॉकेट में रखने वाले और पूरे देश में बिहार की डरावनी छवि बनाने वाले लोग नीतीश सरकार से क्राइम का हिसाब मांग रहे हैं , एक ऐसी सरकार से जिसकी यूएसपी ही लॉ एंड आर्डर है.
जेडीयू प्रवक्ता ने आगे कहा कि जिनके जमाने के लॉ एंड ऑर्डर के विषय में चर्चा करना हरि अनंत हरि कथा अनंता जैसी है.जिनके राज के पुलिस के सर्वेसर्वा डीजीपी आर.आर. प्रसाद को जब हाईकोर्ट ने फटकार लगाई थी तो वह कलपते हुए हाईकोर्ट के सामने बोले थे कि हम तो द्रौपदी के चीर हरण समारोह में बैठे हुए योद्धा हैं, असहाय हैं. जब पटना में अनाधिकृत कॉलोनियों को हटाने में विफल रहने पर हाईकोर्ट ने चीफ सेक्रेटरी को फटकार लगाई तो तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी एस. एन. विश्वास ने हाई कोर्ट में एफिडेविट फाइल कर उस समय के मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था. उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के चलते ही अदालत का आदेश लागू नहीं हो पा रहा है. इन लोगों का इस हद तक लकवाग्रस्त सिस्टम था . न्यायमूर्ति आर. एस. गर्ग ने पटना पुलिस के लिए ' नपुंसक' शब्द का इस्तेमाल किया था.
जेडीयू नेता नवल शर्मा ने राजद के शासन काल की याद दिलाते हुए कहा कि जिस जमाने में पूरे बिहार में किडनैपिंग के डर से लोग घरों में दुबके रहते थे. खास बात यह कि बड़े मामलों में अपहरण और फिरौती की राशि एक खास जगह से तय होती थी. जिसे सब लोग जानते हैं. शिल्पी-गौतम जैसी बलात्कार की घटना से बिहार का चप्पा-चप्पा रंगा हुआ था .नरसंहारों से पूरे बिहार की धरती रक्तरंजित थी,और ये सारे नरसंहार सत्ता प्रायोजित थे, चुनावी जीत के लिए करवाए जाते थे.बिहार के सभी जिलों को अलग अलग बाहुबलियों ने बांट रखे थे.इनके अधीन के गुर्गों ने गली-मोहल्लों तक को आपस में बांट लिया था. इनके आतंक से लोगों का जीना मुहाल हो गया था . ये सारे बाहुबली मुख्यमंत्री के दरबार की शोभा बढ़ाते थे,किस शोरूम से कब गाड़ी उठ जाए , किसके पास फिरौती का फोन चली जाए, सभी लोग पंद्रह साल भयभीत और आतंकित रहे.
उन्होंने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर मुंह खोलने के पहले तेजस्वी यादव इस मोर्चे पर अपने माता-पिता के शासनकाल की कोई एक उपलब्धि बताएं, जिसपर उन्हें खुद गर्व हो.सभी जानते हैं उनकी झोली खाली है और अतीत दागदार और डरावना.नीतीश कुमार ने अपनी कर्मठता से पूरे बिहार में लॉ एंड ऑर्डर और पुलिसिंग को जैसा कसा है, उसकी पूरे देश में चर्चा होती है. '' भयभीत बिहार से सुरक्षित बिहार " की यात्रा नीतीश कुमार की कर्मठता से ही संभव हो पाया है .तेजस्वी यादव को भी निराधार आलोचना की बजाय नीतीश कुमार से प्रशासन के गुर सीखने चाहिए.