Diwali 2025: दिवाली पर मिठास के साथ जहर? जानिए किन मिठाइयों में होती है सबसे ज्यादा मिलावट Bihar Election 2025: "न पार्टी, न सिंबल..." फिर भी सिल गया कुर्ता और पक गई सियासी मिठाई, ‘छोटे सरकार’ के नामांकन की तैयारी पूरी पाकिस्तानी PM के सामने ट्रंप ने कर दी Narendra Modi की तारीफ, कहा "भारत महान देश, मेरे अच्छे दोस्त मोदी का काम शानदार.." रणजी ट्रॉफी में बिहार की ओर से धमाल मचाते नजर आएंगे Vaibhav Suryavanshi, मिली यह विशेष जिम्मेदारी Upcoming Releases: दिवाली वीक में फिल्मी तड़का, ओटीटी और सिनेमा घरों में होगा फुल ऑन एंटरटेनमेंट, जाने कब और कौन सी मूवी होगी रिलीज Bihar Election 2025: BJP के चाणक्य खुद उतरेंगे मैदान में, आखिर तीन दिनों तक क्यों करेंगे कैंप; अंदरखाने यह चर्चा तेज Bihar Election 2025: तेजस्वी यादव फिर राघोपुर से आजमाएंगे किस्मत, इस दिन करेंगे नामांकन; महागठबंधन में सीट बंटवारे की घोषणा आज? Parlour Stroke Syndrome: सुंदरता की चाह में स्वास्थ्य से न हो समझौता Bihar Election 2025: RJD नेता ने इशारों ही इशारों में दिया अलग राह तलाशने के संकेत, कांग्रेस ने कहा - आंखों में पानी लेकर बुझाएं आग Bihar Weather: मानसून के जाते ही बिहार में ठंड की जोरदार एंट्री, इस बार टूटेगा कई दशकों का रिकॉर्ड
30-Nov-2023 03:36 PM
By First Bihar
PATNA : केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने गुरुवार को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के केन्द्रीय संसदीय बोर्ड तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने दी है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड को भंग करने का फैसला लिया गया है। नई केन्द्रीय संसदीय बोर्ड का पुर्नगठन यथाशीघ्र कर दिया जायेगा।
दरअसल, जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे अब राजनीतिक पार्टियों का दांव - पेंच भी शुरू होता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में बिहार में इसकी शुरुआत दलितों के सबसे बड़े हितैषी कहे जाने वाले रामविलास पासवान की पार्टी में देखने को मिला। हालांकि, अभी पार्टी दो गुट में बंट गई है। एक गुट का मुखिया रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस हैं तो दूसरे गुट का मुखिया इनके बेटे चिराग पासवान है।
मालूम हो कि, रामविलास की लोजपा का स्थापना दिवस मनाया गया। ऐसे में इस स्थापना दिवस समारोह पर घर के अंदर ही दो अलग-अलग जगह पर स्थापना दिवस मनाता हुआ नजर आया। सबसे बड़ी बात या रही कि दोनों अपने आप को रामविलास के बाद पार्टी का दावा भी करने से पीछे नहीं है रहे। लेकिन इस दौरान सबसे अलग और रोचक चीज जो देखने को मिला वह यह था कि जिसके बंगले घर में बैठकर लोजपा को दो गुट में बदलने की रणनीति तय की गयी थी। वहीं, अब एक गुट को छोड़ कर दूसरे गुट में शामिल हो गई।
आपको बताते चलें कि, लोजपा पारस गुट की सांसद विणा देवी जब सांसद बनी थी तो लोजपा में कोई दो गुट नहीं था और पार्टीरामविलास पासवान के नेतृत्व में काफी मजबूती से चल रहा था। लेकिन वक्त ने करवट बदली और रामविलास पासवान का निधन हो गया। उनके निधन के कुछ दिनों के बाद लोजपा में बिखरा हुआ और रामविलास की लोजपा दो गुटों में तब्दील हो गई। एक गुट नाम राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी पड़ा जिसका अध्यक्ष रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस बनें। तो दूसरे गुट का नाम लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) तय हुआ। सबसे बड़ी बात है कि उसे पूरे चक्रव्यूह की रचना पार्टी की सांसद विणा देवी के घर पर ही रची गई थी। और इन्हीं के सहयोग पर पारस केंद्र में मंत्री बने और लोजपा का बिखरा भी हुआ। लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आया तो विणा देवी ने पाला बदल दिया और यह चिराग की पार्टी में शामिल हो गई।