पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
04-Jan-2023 02:09 PM
BAGAHA : छपरा में जहरीली शराबकांड में 70 से अधिक लोगों की हुई मौत के बाद पुरे राज्य में शराबियों को अवैध धंधेबाजों के खिलाफ उत्पाद विभाग काफी अलर्ट मोड पर है। इसको लेकर जगह - जगह छापेमारी की जा रही है। इसी बीच अब बिहार के पश्चिम चंपारण के बगहा से बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां उत्पाद विभाग की फर्जी टीम के पकड़े जाने की खबर सामने आई है।
मिली जानकारी के अनुसार, बगहा थाना क्षेत्र के मच्छरगांवा मटियरिया गांव में पुलिस के कुछ जवान प्राइवेट लोगों के साथ टीम बनाकर शराब के खिलाफ छापेमारी करने गए थे। इस टीम का नेतृत्व सिपाही भानु प्रताप सिंह कर रह था। इस दौरान टीम द्वारा एक युवक के साथ मारपीट शुरू कर दी गई, जिसके बाद ग्रामीण भड़क गए। इसके बाद इसको लेकर ग्रामीणों द्वारा नजदीकी उत्पाद विभाग को यह जानकारी दी गई की उनके तरफ से भेजी गई टीम द्वारा ग्रामीणों पर हमला किया जा रहा है और सबसे बड़ी सच्चाई यही से निकल कर सामने आई। उत्पाद विभाग के तरफ से कहा गया कि, हमारे तरफ से कोई भी टीम छापेमारी के लिए नहीं भेजी गई है।
बता दें कि, इस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि, गांव में छापेमारी करने आई उत्पाद विभाग की इस फर्जी टीम का नेतृत्व पुलिस में तैनात एक असली सिपाही कर रहा था। गांव वालों को जैसे ही इस बात की भनक लगी तो बवाल मच गया। गांव में शराब के खिलाफ छापामारी करने पहुंची नकली टीम में शामिल पुलिस के जवान को पकड़कर ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी। घंटों तक सभी को बंधक बनाकर रखा। इसके बाद इस पुलिसकर्मी को बास्थानीय पुलिस को सौंप दिया।
इधर, पुलिस महकमे में भी फर्जी छापामारी की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक किरण कुमार ने आरोपित सिपाही को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच एसडीपीओ कैलाश प्रसाद को सौंप दी है। इस संबंध में एसपी किरण कुमार गोरख जाधव का कहना है कि, मामले की जानकारी सिपाही को निलंबित कर एसडीपीओ को जांच सौंप गई है। इसमें जो भी जवान शामिल होगा, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। आरोपित सिपाही की पहचान भानु प्रताप सिंह के तौर पर हुई। वहीं, ग्रामीणों ने बताया जाता है कि छापामारी के नाम पर पुलिस के जवान स्थानीय युवकों के साथ मिलकर इसी तरह अवैध वसूली करते हैं।