ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिरा सेब लदा ट्रक, बाल-बाल बची ड्राइवर की जान Bihar News: बिहार की हवा से प्रदूषण होगा गायब, सरकार ने उठाया बड़ा कदम Bihar Crime News: पटना में युवक की हत्या से सनसनी, छापेमारी में जुटी पुलिस Success Story: पकौड़े बेचने वाली के बेटी बनी IAS अधिकारी, कठिन संघर्ष के बदौलत लिखी सफलता की कहानी Bihar Politics: संसद भवन में स्वतंत्रता दिवस समारोह से अनुपस्थित रहे राहुल गांधी, युवा चेतना प्रमुख रोहित कुमार सिंह ने बोला हमला Bihar Politics: संसद भवन में स्वतंत्रता दिवस समारोह से अनुपस्थित रहे राहुल गांधी, युवा चेतना प्रमुख रोहित कुमार सिंह ने बोला हमला Bihar Politics: ‘एक वोट में भी व्यवस्था बदलने की ताकत’ निःशुल्क नाव सेवा के शुभारंभ पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘एक वोट में भी व्यवस्था बदलने की ताकत’ निःशुल्क नाव सेवा के शुभारंभ पर बोले मुकेश सहनी Patna News: देशभक्ति और नवाचार के रंग में रंगा ISM पटना, स्वतंत्रता दिवस पर फहराया गया तिरंगा Bihar News: वंदे भारत एक्सप्रेस अब बिहार से हावड़ा तक, 6 घंटे में पूरा होगा सफर

रिश्वत नहीं मिला तो नहीं आया स्टाफ, हॉस्पिटल में 6 साल के बच्चे को खींचना पड़ा स्ट्रेचर

रिश्वत नहीं मिला तो नहीं आया स्टाफ, हॉस्पिटल में 6 साल के बच्चे को खींचना पड़ा स्ट्रेचर

20-Jul-2020 12:00 PM

DESK: यूपी के देवरिया जिला हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. एक 6 साल का बच्चा स्ट्रेचर को धक्का देकर अपने नाना को एक वार्ड में ले जा रहा है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं. 

स्टाफ मांग रहा था रिश्वत

बताया जा रहा है कि जिस स्टाफ को वार्ड में ले जाने की ड्यूटी था वह रिश्वत मांग रहा था, परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी. वह हर बार में 30 रुपए डिमांड करता था. जब पैसा खत्म हो गया और देने से इंकार किया तो स्टाफ नहीं आया. जिसके बाद मजबूरन परिवार को खुद वार्ड में ले जाना पड़ा. आगे से मां स्ट्रेचर खिंच रही है तो पीछे से 6 साल का बच्चा धक्का दे रहा है.

बताया जा रहा है कि देवरिया के बरहज क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव पिछले दिनों मारपीट की एक घटना में घायल हो गए थे. उनको देवरिया जिला हॉस्पिटल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया. घायल की शादीशुदा बेटी ने बताया कि तीन-चार दिन से वह अपने पिता के साथ जिला हॉस्पिटल में हैं. यहां उन्‍हें ड्रेसिंग के लिए बीच-बीच में ड्रेसिंग रूम में ले जाना पड़ता है लेकिन स्टाफ हर बार के लिए 30 रुपए मांगता है. लेकिन पैसा नहीं था कि उसको रोज रिश्वत दिया जा सके. जब पैसा नहीं मिला तो स्टाफ ने ले जाने से इंकार कर दिया.