ब्रेकिंग न्यूज़

Cricket News: विराट कोहली के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बोले गंभीर, बताया मौका मिला तो एक दिन के लिए किसका शरीर करना चाहेंगे धारण Bihar Crime News: बिहार में बैंक के लॉकर से पांच करोड़ के गहनों की डकैती, 5 लाख कैश भी लूटकर ले गए बदमाश Justice Yashwant Varma: कैश कांड में फंसे जस्टिस यशवंत वर्मा...SC की समिति ने आरोप सही माने, अब इस्तीफे या महाभियोग का विकल्प Bihar Home Guard Vacancy: राज्य के कई जिलों में होमगार्ड फिजिकल टेस्ट स्थगित, सामने आई वजह और नई तारीख Sindoor Operation: आतंकी मसूद अजहर पर तबाही के बाद बोला - काश मैं भी मर जाता, परिवार पर भारतीय सेना का कहर, पत्नी-बेटे समेत 14 की मौत Operation Sindoor: ‘भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा’ ऑपरेशन सिंदूर पर बोले मुकेश सहनी Operation Sindoor: ‘भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा’ ऑपरेशन सिंदूर पर बोले मुकेश सहनी Bihar Crime News: बेख़ौफ़ अपराधियों ने दिनदहाड़े प्लाई कारोबारी को मारी गोली, व्यस्त और रिहायशी इलाके में दिया घटना को अंजाम Operation Sindoor: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब POK और पाकिस्तान चाहिए, पहलगाम हमले में मारे गए IB ऑफिसर मनीष रंजन के परिजनों की मांग Bihar Crime News: रिटायर्ड फौजी का शव शौचालय टंकी से बरामद, बेटे पर हत्या के आरोप

डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, डिग्री की वैधता नहीं मिलने से हैं नाराज

डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, डिग्री की वैधता नहीं मिलने से हैं नाराज

17-Sep-2019 07:10 PM

By 7

PATNA : नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से डीएलएड किए हुए प्रशिक्षित शिक्षकों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. प्रशिक्षित शिक्षकों ने अपनी डिग्री की वैधता को लेकर पटना हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की. तकरीबन 2.5 लाख प्रशिक्षित शिक्षक बिहार सरकार की शिक्षक नियोजन प्रक्रिया से नाराज हैं. नाराज शिक्षकों ने शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया को सरकार की गलत निति बताया. प्रशिक्षित शिक्षकों का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जो सत्र 2017-19 में एनआईओएस से डीएलएड कराया गया. जिसमें सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. उनका नियोजन अब तक नहीं हो पाया है. उनका कहना है कि 2 साल और 18 महीने की एक लंबी अवधि बीत जाने के बावजूद भी उनको नौकरी नहीं मिल पायी है. उनकी डिग्री की वैधता नहीं मानी जा रही है. हाईकोर्ट पहुंचे शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने 4 सेमेस्टर में परीक्षा दी और बिहार सरकार के देखरेख में जो प्रशिक्षण दिया गया. उसको भी शिक्षकों ने पूरी तरह से ट्रेनिंग ली. लेकिन जब नियोजन की बात आई तो उनको नौकरी नहीं दी जा रही है.