तेज प्रताप यादव ने राहुल-तेजस्वी यादव की यात्रा पर बोला तीखा हमला: लोकतंत्र बचाने नहीं इसे तार-तार करने निकले हैं "राम खिचड़ी यात्रा" से सामाजिक समरसता का संदेश, समाजसेवी अजय सिंह ने शुरू की अनूठी पहल सहरसा में मरीज की मौत पर हंगामा, डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप Bihar Crime News: भूमि विवाद में मारपीट, तीन लोग गंभीर रूप से घायल, सदर अस्पताल में भर्ती Bihar Crime News: भूमि विवाद में मारपीट, तीन लोग गंभीर रूप से घायल, सदर अस्पताल में भर्ती Bihar Politics: ‘चुनाव आयोग खुद राजनीतिक पार्टी बन गया है’ VIP चीफ मुकेश सहनी का EC पर तंज Bihar Politics: ‘चुनाव आयोग खुद राजनीतिक पार्टी बन गया है’ VIP चीफ मुकेश सहनी का EC पर तंज बिहार में 15 दिनों तक चला ऑपरेशन नया सवेरा, ह्यूमन ट्रैफिकिंग में फंसे 112 लोग कराये गये मुक्त, 50 मानव तस्कर भी गिरफ्तार Patna Crime News: पटना में सरेआम पिस्टल लहराना पड़ा भारी, पुलिस ने आरोपी युवक को किया अरेस्ट Patna Crime News: पटना में सरेआम पिस्टल लहराना पड़ा भारी, पुलिस ने आरोपी युवक को किया अरेस्ट
17-Mar-2023 07:24 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार में जब से स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी तेजस्वी यादव ने संभाला है तब से वो आए दिन आला अधिकारियों की बैठक बुलाकर पुरे विभाग को अलर्ट मोड पर काम करने का निर्देश देते रहते हैं. इतना ही नहीं कभी- कभी खुद विभागीय मंत्री देर रात औचक निरीक्षण पर निकल जाते हैं। इसके अलावा वो इसमें सुधार को लेकर कई तरह की नई स्कीम भी लागू करते रह्ते हैं। इस बीच अब तेजस्वी यादव और उनके विभाग के तरफ से ओपीडी (OPD) को लेकर एक निर्देश जारी किया है।
दरअसल, राज्य के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों और सदर अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली ओपीडी की सुविधा का समय में बदलाव किया गया है। अब बिहार के लोगों को ओपीडी की सुविधा दोपहर बाद भी मिलेगा। राज्य के अंदर अब ओपीडी दो पालियों में अब चलेगी। इसके लिए दो शिफ्ट में रेजिस्टशन भी किया जाएगा। पहले शिफ्ट के लिए सुबह आठ बजे से दोपहर 1:30 तक निबंधन किया जाएगा। इसके बाद शाम में 3:30 से पांच बचे तक निबंधन किया जा सकता है। वहीं, पहली शिफ्ट में ओपीडी सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक चलेगा। दूसरे शिफ्ट में इसके बाद शाम चार बजे से छह बजे तक चलेगा। रविवार को ओपीडी बंद रहेगा। इसके अलावा ओपीडी संबंधी शिकायत और सुझाव के लिए 104 नंबर जारी किया गया है।
मालूम हो कि, महागठबंधन की सरकार बनते ही मंत्री तेजस्वी यादव ने सभी जिलों के सिविल सर्जन के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में सभी कमियों को दूर करने के लिए सिविल सर्जन को 60 दिनों का समय दिया था। इस दौरान उन्होंने कई डॉक्टर को निलंबित कर दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था।
आपको बता दें कि, पिछले ही दिनों बिहार विधानसभा बजट सत्र के दौरान राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि हमारा प्रयास राज्य के हरेक जिले में एक मेडिकल कॉलेज का है। इसको बहुत जल्द पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में राज्य के अंदर 23 जिलों में 24 मेडिकल कॉलेज हैं. इन सभी में से नौ कॉलेज संचालित है और अन्य 15 कॉलेज का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर बहाली को लेकर बड़ी जानकारी दी थी। जिसके बाद अब यह फैसला निकल कर सामने आया है।