ब्रेकिंग न्यूज़

New Year 2026: 1 जनवरी 2026 से होने जा रहे यह बड़े बदलाव, जानिए.. आपकी जेब पर क्या होगा असर? New Year 2026: 1 जनवरी 2026 से होने जा रहे यह बड़े बदलाव, जानिए.. आपकी जेब पर क्या होगा असर? Bihar electricity : बिहार में मुफ्त बिजली के बाद बढ़ी साइबर ठगी, विभाग ने जारी किया टोल फ्री नंबर;जानिए क्या मिलेगा फायदा Bihar politics update : बेटा के सामने बाप का सरेंडर ! राज्यसभा सीट की डिमांड पर मांझी बोलें - यह आपस की बात है, आपके सामने चर्चा नहीं... Bihar Bhumi: बिहार में दाखिल–खारिज की नई व्यवस्था लागू, सिर्फ एक आवेदन और पूरे परिवार की समस्या होगी दूर; भूमि विवाद के मामले होंगे खत्म Bihar Bhumi: बिहार में दाखिल–खारिज की नई व्यवस्था लागू, सिर्फ एक आवेदन और पूरे परिवार की समस्या होगी दूर; भूमि विवाद के मामले होंगे खत्म Bihar Crime News: थावे के बाद अब बिहार के इस काली मंदिर में चोरी, माता की मूर्ति से 7 आंखें निकाल ले गए चोर; लोगों में भारी गुस्सा Patna Missing Case : शादी के 23 दिन बाद कृषि विभाग की अफसर हुई लापता, पुलिस कई एंगल से कर रही जांच Patna News: पटना में PMCH की नर्सों का जोरदार प्रदर्शन, वेतन कटौती को लेकर भारी नाराजगी; हड़ताल पर जाने की चेतावनी Patna News: पटना में PMCH की नर्सों का जोरदार प्रदर्शन, वेतन कटौती को लेकर भारी नाराजगी; हड़ताल पर जाने की चेतावनी

टेरर फंडिंग के खिलाफ NIA का एक्शन, मगध क्षेत्र से फरार आनंद पासवान को दबोचा

टेरर फंडिंग के खिलाफ NIA का एक्शन, मगध क्षेत्र से फरार आनंद पासवान को दबोचा

26-Jun-2023 12:14 PM

By First Bihar

PATNA : बिहार में केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए सीपीआई (एम) टेरर फंडिंग मामले में पिछले काफी समय से फरार आरोपी आनंदी पासवान उर्फ आनंद पासवान को गिरफ्तार किया है। एनआईए द्वारा नक्सली संगठन से जुड़े इस मामले में अब तीन आरोपियों को अरेस्ट किया जा चूका था। जिसके बाद आज चौथे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आनंद पासवान से एनआईए के द्वारा पूछताछ की जा रही है। 


दरअसल, मगध क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के द्वारा चलाये जा रहे टेरर फंडिंग नेटवर्क से जुड़े मामलों में एनआईए के द्वारा लगातार बड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अभी तक ये चौथी गिरफ्तारी है। एनआईए को यह जानकारी मिली थी कि, पूरे मगध क्षेत्र में बैन संगठन खुद को वापस से स्थापित करने के लिए फंड जमा कर रहा था। इस फंड से हथियार, गोला-बारूद खरीदने और नए कैडरों की भर्ती की योजना थी। इससे वो आपराधिक और हिंसक घटनाओं को नियोजित तरीके से अंजाम देने की फिराक में थे। 


मालूम हो कि, हाल के दिनों में बिहार के साथ झारखंड में सीपीआई (माओवादी) की सक्रियता काफी बढ़ गयी है। प्रतिबंधित संगठन के द्वारा कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया है। कई नक्सली हमलों की जिम्मेदारी इस संगठन के द्वारा लिया गया है। सीपीआई (माओवादी) पर भारत सरकार के द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। फिर भी बिहार-झारखंड में कई स्थानों पर ये अपने पैर धीरे-धीरे पसार रहा है।