नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली Bihar Crime News: दरभंगा में आधी रात भीषण डकैती, परिवार को बंधक बना बदमाशों ने की जमकर लूटपाट Bihar News: नाबालिग से गैंगरेप मामले में 8 दोषियों को उम्रकैद, 5 लाख मुआवजे का भी आदेश Bihar Crime News: शॉपिंग सेंटर के मालिक पर फायरिंग, बाइक पर सवार होकर आए थे बदमाश Bihar Crime News: 45 वर्षीय की निर्मम हत्या से मची सनसनी, क्रूरता की सभी हदें पार Small Business Ideas: नौकरी की कमाई काफी नहीं? कम निवेश में शुरू करें ये शानदार बिजनेस
09-Feb-2022 10:07 AM
PATNA : साल 2005 में नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य के अंदर कानून व्यवस्था की स्थिति को ठीक करना था. कुमार ने बिहार में सुशासन का राज कायम किया तो उसके पीछे भी सबसे बड़ी वजह लॉ एंड ऑर्डर को सुधार के तौर पर लिया गया. अब एक बार फिर राज्य में कानून व्यवस्था के हालात पर सवाल खड़े हो रहे हैं. राज्य में अपराधियों का मनोबल ऊपर दिख रहा है और लगातार अपराधिक घटनाएं देखने को मिल रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुशासन की साख बचाने के लिए बड़ी बैठक बुलाई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सुबह 11:30 बजे से लॉ एंड ऑर्डर को लेकर समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं. नीतीश कुमार की तरफ से बुलाई गई इस बैठक में राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव समेत तमाम बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के डीएम और एसपी भी जुड़ेंगे.
आज की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री बिहार के अंदर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर पहलू पर चर्चा करेंगे. मुख्यमंत्री स्पीडी ट्रायल से लेकर अपराध अनुसंधान के मामलों पर राज्य के पुलिस अधिकारियों समेत अन्य अधिकारियों से चर्चा करेंगे. साथ ही साथ यह निर्देश भी दिया जाएगा कि शराबबंदी अभियान को बिहार में जारी रखा जाए. अब तक इस तरह की बैठकों में मुख्यमंत्री का फोकस शराबबंदी कानून को लेकर ज्यादा रहा है. एक बार फिर नीतीश कुमार शराबबंदी के अभियान को लेकर पुलिस मुस्तैद करने के लिए निर्देश दे सकते हैं. इतना ही नहीं राज्य के अंदर जमीन विवाद से जुड़े मामले कम करने के लिए क्या पहल किए जाएं, इसको लेकर भी मुख्यमंत्री चर्चा करेंगे. साथ-साथ अपराधियों को ट्रायल के बाद सजा दिलाने में देरी हो रही है. इस मामले को भी मुख्यमंत्री देखेंगे.