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13-Apr-2020 07:42 PM
SIWAN : कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज पूरा विश्व संकट में है. इंडिया में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच 'भीलवाड़ा मॉडल' की काफी चर्चा हुई. इसी बीच बिहार के सीवान से कुछ ही घंटों में लगभग डेढ़ दर्जन मामले सामने आने के बाद पहली बार हिंदुस्तान में किसी इलाके को चीन के वुहान से तुलना शुरू हो गई. लेकिन जिस तरीके से सीवान में स्थानीय प्रशासनिक टीम ने काम किया. उच्च स्तर पर उसकी तारीफ हो रही है. एक ही परिवार के कई लोगों में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद आज स्थिति ऐसी है कि पिछले 4 दिनों से कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है.
22 लोगों को संक्रमित करने वाला मरीज स्वस्थ
सीवान जिले में 9 अप्रैल के बाद कोई भी मामला पॉजिटिव नहीं मिला है. यह जिले के लिए अच्छी खबर है. इस जिले में ओमान, दुबई और बहरीन से आये युवक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. लेकिन सबसे खास बात ये है कि जो कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति ओमान से लौटा था. उसके संपर्क में आने से 22 और लोगों तक कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला, अब उसकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है. सीवान जिले के डीएम अमित कुमार पांडेय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक यह व्यक्ति अब पूरी तरह स्वस्थ हो गया है. उसे फिलहाल सीवान के एक होटल में क्वारंटाइन कर के रखा गया है. उसे खाने-पीने और दवा की सुविधा जिला प्रशासन की ओर से मुहैया कराई जा रही है.
'सीवान सिस्टम' की रणनीति
देश भर में 'भीलवाड़ा मॉडल' की बात की जा रही है. लेकिन बिहार के 'सीवान सिस्टम' या 'सीवान स्वाच (Swatch)' भी किसी बड़ी रणनीति से कम नहीं है. 'सीवान सिस्टम' भी आज देश के सामने एक आदर्श रणनीति भी बन सकती है. सीवान डीएम अमित कुमार पांडेय ने फर्स्ट बिहार झारखंड की टीम से खास बातचीत में इस बात का खुलासा किया कि किस तरह उन्होंने एक विषम परिस्थिति को सम परिस्थिति में तब्दील किया. उन्होंने फर्स्ट बिहार के साथ कोरोना पर नकेल कसने की एक खास रणनीति के बारे में चर्चा की.
यहां देखिये विशेष रिपोर्ट-
200 मीटर में विशेष चौकसी
कोरोना वायरस के प्रकोप पर काबू पाने के लिए डीएम अमित कुमार पांडेय ने सबसे पहले उस इलाके को सील कर दिया, जहां से कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला. उन्होंने रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव से मिले पॉजिटिव मरीज से उसके कांटेक्ट डिटेल्स के बारे में जानकारी ली गई. उसने बताया कि वह 152 लोगों के संपर्क में था. प्रशासनिक टीम ने त्वरित उस इलाके में 200 मीटर की परिधि को सील कर जांच के लिए सबका सैंपल लिया. जिसमें से 22 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली.
ड्रोन से निगरानी
कोरोना को रोकने के लिए डीएम ने इसके चेन को तोड़ने के लिए एक बड़ा कदम उठाया. उन्होंने 3 किलोमीटर के रेडियस को सील कर दिया. फिलहाल 2000 लोग रडार पर हैं. उन्होंने बताया कि प्रशासन आश्वस्त है कि 200 मीटर के अंदर ही संक्रमण है. इसलिए सभी घरों के लोगों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है. जांच की गति बढ़ा दी गई है. खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए टीम लगातार काम कर रही है. ड्रोन की सहायता से इलाके की निगरानी की जा रही तकरीबन 7 लोगों को चिन्हित किया गया है.
कम्मुनिटी ट्रांसमिशन रोकना टारगेट
डीएम ने बताया कि इस इलाके में 3 किलोमीटर के अंदर 9000 लोगों को टारगेट में रखा गया है. अब तक लगभग 4000 परिवारों तक सहायता पहुंचाने की पूरी कोशिश की जा रही है. पीडीएस के अलावा होम डिलीवरी के माध्यम से लोगों को अनाज पहुंचाया जा रहा है. यह इलाका कभी भी हॉटस्पॉट नहीं रहा है. पंचरुखी वाले केस में भी इसी 'सीवान सिस्टम' को लागू किया गया है. इस इलाके में कम्मुनिटी ट्रांसमिशन नहीं हो, इसे रोकना ही प्रशासनिक टीम के लिए चुनौती बनी हुई है.