ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय में जश्न का माहौल, CBSE की 12वीं परीक्षा में शानदार प्रदर्शन

सारण और धनबाद में NIA और झारखंड ATS की रेड, रिटायर्ड BSF जवान और रिकवरी एजेंट पर नक्सलियों से सांठगांठ का आरोप

सारण और धनबाद में NIA और झारखंड ATS की रेड, रिटायर्ड BSF जवान और रिकवरी एजेंट पर नक्सलियों से सांठगांठ का आरोप

29-Dec-2021 05:08 PM

DESK: हथियार तस्करी मामले में BSF के रिटायर्ड जवान अरुण कुमार सिंह के घर पर एनआइए व झारखंड एटीएस की टीम ने  छापेमारी की। बिहार के सारण जिले के सोनपुर स्थित शाहपुर गांव में छापेमारी की गयी। रिटायर्ड बीएसएफ जवान अरुण सिंह पर नक्सलियों से सांठगांठ का आरोप है और उसकी गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है। वही एनआईए की टीम ने धनबाद में भी छापेमारी की। वाहन रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के धनबाद स्थित आवास पर छापेमारी की गयी। उपेंद्र सिंह काफी समय से एनआईए की रडार पर था। अवैध हथियार के मामले में रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह से पूछताछ की गयी है। 


सारण जिले के सोनपुर स्थित शाहपुर गांव निवासी अरुण सिंह पहले सेना में जवान था। इस दौरान उसकी पोस्टिंग झारखंड में थी। सेना की नौकरी से दो वर्ष पहले उसने स्वेच्छिक अवकाश ले लिया था और बिहार स्थित अपने घर पर ही रह रहा था। इस बीच जांच एजेंसी को कुछ लोगों के बारे में सूचना मिली कि नक्सलियों को अवैध हथियार सप्लाई करने का काम किया जा रहा है। जिसमें अरुण सिंह का नाम भी सामने आया था। झारखंड पुलिस की एटीएस टीम ने जब मामले की जांच की तब पता चला कि अरुण सिंह नक्सलियों को हथियार सप्लाई किया करता है। जिसके बाद उसे 18 नवंबर को शाहपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। 


जब एटीएस की टीम ने अरुण सिंह के घर पर छापेमारी की थी तब इस दौरान भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया गया था। उसी वक्त इस बात का खुलासा हुआ था कि अरुण सिंह नक्सलियों को हथियार सप्लाई करता था। इस बात की भी जानकारी एटीएस को मिली की फौज से रिटायरमेंट लेकर अरुण सिंह अपने घर पर ही ठेकेदारी का काम करता है। अरुण सिंह का संबंध नक्सलियों से है वह उन्हे अवैध हथियार सप्लाई करता है इस बात की खबर गांव के लोगों को भी नहीं थी। इस मामले का जब पर्दाफाश हुआ तब अरुण सिंह को गिरफ्तार किया गया। 

सोनपुर के शाहपुर गांव स्थित बीएसएफ के रिटायर्ड जवान अरुण सिंह के घर पर आज फिर छापेमारी हुई। एनआइए और एटीएस की टीम बुधवार की सुबह पांच बजे ही शाहपुर गांव स्थित अरुण सिंह के आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान घर के एक-एक कोने को खंगाला गया। वही एनआईए की टीम ने आज सुबह धनबाद में भी छापेमारी की। वाहन रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के धनबाद स्थित आवास पर छापेमारी की गयी। एनआईए की टीम सुबह 6 बजे पुलिस के साथ उपेंद्र सिंह के घर पहुंची थी।


 उपेंद्र सिंह काफी समय से एनआईए की रडार पर थे। अवैध हथियार के मामले में रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह से पूछताछ की गयी। हाल ही में उपेंद्र सिंह धनबाद जेल से रिहा हुआ था। अपने रिश्तेदार पर गोली चलवाने के आरोप में उसे जेल भेजा गया था। झारखंड में भाकपा माओवादियों व अमन साहू गैंग को हथियार सप्लाई करने के मामले को लेकर एनआईए की टीम उपेंद्र सिंह के घर भी आज छापेमारी की। पिछले सप्ताह एनआईए ने इस मामले को टेकओवर कर जांच शुरू की। एनआईए ने सीआरपीएफ के जवान अविनाश कुमार, ऋषि कुमार, पंकज सिंह, संजय सिंह, मुहाजिद खान, अमन साहू और अरुण कुमार सिंह को आरोपी बनाया।


गौरतलब है कि सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह यानी कुल तीन लोगों को एटीएस ने 16 नवंबर को गिरफ्तार किया था। झारखंड में नक्सलियों और अपराधियों को हथियार और कारतूस सप्लाई करने का आरोप इन सभी पर था। इनकी निशानदेही पर 5.56 MM की 450 राउंड कारतूस जब्त किय गया था। जिसके बाद 18 नवंबर को इस गिरोह के कामेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर एटीएस की टीम ने बीते 25 नवंबर को बिहार- झारखंड समेत कई राज्यों में छापेमारी की थी। 


जिसके बाद बीएसएफ कांस्टेबल कार्तिक बेहरा, बीएसएफ के रिटायर हवलदार अरुण कुमार सिंह, कुमार गुरलाल, शिवलाल धवल और हिरला गुमान को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके पास से 14 पिस्टल 21 मैगजीन, 9,213 राउंड गोली, खाली खोखा, डेटोनेटर, बाइक और मोबाइल भी बरामद किया था। 


वही हथियार तस्करी मामले में BSF के रिटायर्ड जवान अरुण कुमार सिंह के बिहार स्थित आवास पर आज एनआइए व झारखंड एटीएस की टीम ने संयुक्त छापेमारी की। बिहार के सारण जिले के सोनपुर स्थित शाहपुर गांव में यह छापेमारी की गयी। रिटायर्ड बीएसएफ जवान अरुण सिंह पर नक्सलियों से सांठगांठ का आरोप है जिसकी गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है। वाहन रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के धनबाद स्थित आवास पर भी आज एनआईए ने छापेमारी की। उपेंद्र सिंह काफी समय से एनआईए की रडार पर था। अवैध हथियार के मामले में रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह से पूछताछ की गयी है।