ब्रेकिंग न्यूज़

Indian Railways Veg Meal Price: रेलवे यात्रियों के लिए जरूरी खबर, रेल मंत्रालय ने साझा किया वेज मील का मेन्यू, जानिए.. क्या है नई कीमतें Indian Railways Veg Meal Price: रेलवे यात्रियों के लिए जरूरी खबर, रेल मंत्रालय ने साझा किया वेज मील का मेन्यू, जानिए.. क्या है नई कीमतें Bihar News: मुहर्रम को लेकर पूरे बिहार में पुलिस अलर्ट, 13,719 जुलूसों पर रहेगी पैनी नजर; संवेदनशील जिलों में विशेष निगरानी Bihar News: मुहर्रम को लेकर पूरे बिहार में पुलिस अलर्ट, 13,719 जुलूसों पर रहेगी पैनी नजर; संवेदनशील जिलों में विशेष निगरानी Bihar Election 2025: बीजेपी में बुजुर्ग विधायकों के टिकट कटने की तैयारी, कई सीटों पर बदल सकता है समीकरण Bihar Election 2025: बीजेपी में बुजुर्ग विधायकों के टिकट कटने की तैयारी, कई सीटों पर बदल सकता है समीकरण Bihar News: समाजसेवी अजय सिंह की बड़ी पहल, सेमरिया में नित्या लाइब्रेरी को दान की सैकड़ों प्रतियोगी पुस्तकें Bihar News: समाजसेवी अजय सिंह की बड़ी पहल, सेमरिया में नित्या लाइब्रेरी को दान की सैकड़ों प्रतियोगी पुस्तकें Patna News: पटना के बेकाबू कार गंगा नदी में गिरी, बाल-बाल बची पति-पत्नी की जान; वीडियो वायरल Patna News: पटना के बेकाबू कार गंगा नदी में गिरी, बाल-बाल बची पति-पत्नी की जान; वीडियो वायरल

सच दिखने लगा PK का दावा, BJP को जोर का झटका धीरे से लगा

सच दिखने लगा PK का दावा, BJP को जोर का झटका धीरे से लगा

11-Feb-2020 08:53 AM

DELHI : दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीनबाग का मुद्दा गरमाया रहा। केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने शाहिनबाग को लेकर ईवीएम का बटन दबाने और करंट लगने वाला बयान दिया था, जिसके बाद अरविंद केजरीवाल के लिए चुनावी रणनीति बनाने वाले प्रशांत किशोर ने पलटवार किया था। प्रशांत किशोर ने अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए जो दावा किया था वह अब सच साबित होता दिख रहा है।


प्रशांत किशोर ने 27 जनवरी को एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि दिल्ली की जनता ईवीएम का बटन प्यार से दबाएगी और बीजेपी को जोर का झटका धीरे से लगेगा। प्रशांत ने कहा था कि दिल्ली में आपसी भाईचारा और सौहार्द खतरे में न पड़े इसलिए जनता ईवीएम का बटन प्यार से दबाने वाली है अब साबित हो रहा है।


प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक लगातार अरविंद केजरीवाल की पार्टी के लिए चुनावी कैंपेन का काम देखती रही है। दिल्ली चुनाव में व्यस्त होने के बावजूद प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला, जिसके बाद जेडीयू ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा डाला.  उसके लिए भी चुनाव निर्णायक था.