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13-Aug-2022 08:44 PM
PATNA: खबर पटना से आ रही है जहां आरजेडी ने प्रवक्ता की दूसरी लिस्ट जारी की है। दूसरी लिस्ट में मृत्युंजय तिवारी को राजद ने फिर से प्रवक्ता बनाया है। इससे पहले 12 अगस्त को आरजेडी ने पहली लिस्ट जारी की थी जिसमें 8 लोगों प्रवक्ता बनाया गया था। पहली सूची में मृत्युंजय तिवारी और बंटू सिंह का नाम नहीं था लेकिन अगले दिन यानी आज शनिवार को मृत्युंजय सिंह के नाम के साथ राजद प्रवक्ता की दूसरी लिस्ट जारी की गयी। हालांकि कि दूसरी सूची में बंटू सिंह का नाम नहीं है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने के ठीक पहले आरजेडी ने अपने प्रवक्ताओं का पैनल भंग कर दिया था। गठबंधन बदलने की कवायद में जुटे नीतीश पर पार्टी की तरफ से कोई हमला गलती से ना हो जाए इसलिए प्रवक्ताओं की छुट्टी कर दी गयी थी।लेकिन अब जबकि सियासी खेल हो चुका है आरजेडी ने एक बार फिर से प्रवक्ताओं की नई लिस्ट जारी कर दी है।
12 अगस्त को प्रवक्ताओं की पहली सूची जारी की गयी थी जिसमें 8 लोगों का नाम लिस्ट में था। पहले लिस्ट में कई साल से प्रदेश प्रवक्ता रहे मृत्युंजय तिवारी और बंटू सिंह को प्रवक्ताओं की टीम में जगह नहीं मिली थी। लेकिन 13 अगस्त को जारी प्रवक्ताओं की लिस्ट में मृत्युंजय तिवारी का नाम शामिल कर लिया गया है। दूसरी लिस्ट में सिर्फ मृत्युंजय तिवारी का नाम प्रवक्ता के तौर पर जारी किया गया है। कांग्रेस से राजद में आए पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा को भी प्रवक्ता बनाया गया है। पहली सूची में राजद के कई पूर्व प्रवक्ताओं के नाम हैं। लेकिन अभी भी बंटू सिंह का नाम लिस्ट से गायब हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ताओं में आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का नाम शामिल नहीं किए जाने के बाद चारों तरफ से हो रही फजीहत के बाद अब राजद ने अपने प्रवक्ताओं की सूची में मृत्युंजय तिवारी का नाम शामिल कर लिया है। तेजस्वी यादव की गैर मौजूदगी में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ताओं की सूची जारी की गई थी। लेकिन तेजस्वी जैसे ही पटना पहुंचे और उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो आनन-फानन में मृत्युंजय तिवारी को प्रवक्ता नियुक्त करने का उन्होंने आदेश दे दिया। जिसके बाद अब मृत्युंजय तिवारी पार्टी को फिर से प्रदेश प्रवक्ता बना दिया गया है।
बता दें कि मृत्युंजय तिवारी को प्रवक्ता नहीं बनाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर खूब सवाल पूछे जा रहे थे। मृत्युंजय तिवारी के प्रवक्ता नहीं बनाए जाने पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि जो दिन- रात राजद के लिए हर मोर्चे पर खड़ा रहता था आरजेडी ने महागठबंधन में सरकार बनते ही सबसे पहले छुट्टी कर दी। इसके बाद आनन-फानन में तेजस्वी यादव एवं लालू यादव के निर्देश पर राजद ने प्रवक्ता की दूसरी सूची जारी कर दी। जिसमें मृत्युंजय तिवारी को तत्काल प्रभाव से प्रदेश प्रवक्ता घोषित किया गया।
मृत्युंजय तिवारी की तो एंट्री हो गई लेकिन अभी भी बंटू सिंह को राजद ने प्रवक्ता के लिस्ट से बाहर रखा गया है। बता दें कि बंटू सिंह अनंत सिंह के हनुमान कहे जाते हैं और अनंत सिंह के जेल जाने के बाद से लगातार बंटू सिंह नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। जेडीयू नेताओं के खिलाफ बंटू सिंह ने कई सारे आरोप भी लगाए थे। बंटू सिंह लगातार ललन सिंह और नीरज कुमार के साथ-साथ संजय सिंह के खिलाफ आरोप लगाते रहे हैं। कहा जा रहा है कि बंटू सिंह की छुट्टी ललन सिंह की नाराजगी को देखते हुए की गई थी। क्योंकि ललन सिंह अब महागठबंधन के हिस्सा हैं। ऐसे में आरजेडी अब ललन सिंह को कैसे रोक सकती है। जाहिर सी बात है कि ललन सिंह की नाराजगी के वजह से ही बंटू सिंह की छुट्टी प्रवक्ता से की गई है। जेडीयू के महागठबंधन में शामिल होने के बाद से राजद कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहता जिस वजह से बंटू सिंह की छुट्टी की गई है।

