Bihar road accident : NH-22 पर आमने-सामने टक्कर, दो की मौके पर मौत, दो गंभीर रूप से घायल; पीएमसीएच रेफर Bihar Teacher News: वेतन पर सवाल पूछना बना अपराध? व्हाट्सएप ग्रुप में चर्चा पर शिक्षकों को शो-कॉज नोटिस, पटना में 5 शिक्षकों को अब देना होगा जवाब Vande Bharat Sleeper Train: बिहार के इस स्टेशन पर रुकेगी दिल्ली पटना वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, यात्रियों में जबर्दस्त उत्साह Bihar Deputy CM : उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का बड़ा बयान: बोले—60 फीसदी अपराध जेल से, माफिया को नहीं मिलेगी कोई राहत Bihar government : बिहार सरकार ने अधिकारियों और कर्मचारियों को दी चेतावनी, अगर नहीं किया यह काम तो दर्ज होगा FIR Vijay Kumar Sinha : पटना को बनाया जाएगा मॉडल राजस्व जिला, भूमि विवादों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश; एक्शन में विजय सिन्हा Bihar Police Recruitment 2026 : अगले साल बिहार पुलिस में बड़ी भर्ती, सूबे को मिलेंगे 45 हजार सिपाही और 1,799 दारोगा; बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी Delhi High Court : B.Ed डिग्रीधारी टीजीटी और पीजीटी पदों के लिए पात्र, हाईकोर्ट का बड़ा फैसला; इनलोगों को मिलेगी बड़ी राहत success story : BPSC से UPSC तक: इसे कहते हैं सफलता, IPS बनी गांव की बेटी; जानिए क्या है इनका पूरा प्रोफाइल Sarkari Naukri: बिहार के युवाओं के पास IMD में नौकरी पाने का मौका, आज आवेदन की अंतिम तिथि
18-Dec-2019 02:25 PM
By Jitendra Kumar
BEGUSARAI : बेगूसराय और पटना के बीच गंगा नदी पर बने राजेन्द्र पुल पर भारी वाहनों के परिचालन का मामला सुलझता नहीं दिख रहा है। बेगूसराय के सांसद और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मसले पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होनें कहा कि भारी वाहनों को चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
बेगूसराय में आयोजित एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि राजेन्द्र पुल के मसले पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर समेत तमाम बड़े अधिकारियों से बात हुई है। उन्होनें बताया कि दो टन तक के आवश्यक सामग्रियों को इस पुल से गुजरने की इजाजत दी जा सकती है। ज्यादा भारी वाहनों को इस पुल से गुजरने की इजाजत नहीं दी जा सकती। वहीं उन्होनें कहा कि इस मसले पर पहले ही रेलवे और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने हाथ खड़े कर दिए हैं। दोनों ने ही साफ कर दिया है कि अगर भारी वाहनों को इस पुल से चलाया जाता है तो भविष्य में किसी भी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि वाहनों का परिचालन रोकने संबंधी रेलवे की चिट्ठी के बाद एनएचएआई ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। एनएचएआई के इंजीनियरों ने रिपोर्ट में पुल के कई अहम हिस्से को खतरनाक बताया था। एनएचएआई का कहना है कि यदि पुल पर वाहनों का परिचालन बंद नहीं किया गया तो इसका कोई हिस्सा कभी भी टूट सकता है। इस पर बाइक और ई-रिक्शा को छोड़ कर किसी भी प्रकार का वाहन चलाना खतरनाक है।
भारी वाहनों को परिचालन बंद किए जाने के निर्णय के बाद बेगूसराय के लोगों ने इसका जमकर विरोध किया था। बिहार की व्यवसायिक राजधानी कहे जाने वाले बेगूसराय से पटना और बिहार के अन्य क्षेत्रों के लिए भारी वाहनों का परिचालन किया जाता है। यहां के व्यवसायियों का कहना है कि पुल पर परिचालन बंद होने से ट्रांसपोर्टिंग खर्च में भारी इजाफा हो जाएगा जिससे व्यवसाय चौपट होने के कगार पर पहुंच जाएगा।