ब्रेकिंग न्यूज़

India-Pakistan Tension: टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश, जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में जाएंगे लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी? India-Pakistan Tension: टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश, जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में जाएंगे लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी? Bihar Crime News: बिहार में ATM कैश वैन से 70 लाख की चोरी, पलक झपकते ही पैसे उड़ा ले गए शातिर Bihar Crime News: बिहार में ATM कैश वैन से 70 लाख की चोरी, पलक झपकते ही पैसे उड़ा ले गए शातिर India-Pakistan Tension: सीमा पर पाक आर्मी की तरफ से भीषण गोलीबारी, भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब; अमृतसर-पठानकोट-जम्मू में ब्लैकआउट India-Pakistan Tension: सीमा पर पाक आर्मी की तरफ से भीषण गोलीबारी, भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब; अमृतसर-पठानकोट-जम्मू में ब्लैकआउट Bihar Politics: सीएम नीतीश कुमार का बेगूसराय दौरा, मुख्यमंत्री ने करोड़ों की योजनाओं की दी सौगात Bihar News: VTR के जंगलों में लगी भीषण आग, वन्यजीवों की जान पर मंडराया खतरा Bihar News: बिहार में भीषण सड़क हादसा, चार साल के मासूम की मौत, पांच लोग घायल Bihar Crime News: बिहार में यूरिया लदे ट्रक को ले भागे बदमाश, CCTV में कैद हुई चोरी की वारदात

रघुवंश बाबू के बेटे सत्यप्रकाश जेडीयू में शामिल, वशिष्ठ नारायण सिंह ने दिलाई सदस्यता

रघुवंश बाबू के बेटे सत्यप्रकाश जेडीयू में शामिल, वशिष्ठ नारायण सिंह ने दिलाई सदस्यता

08-Oct-2020 04:25 PM

PATNA :  इस वक्त एक ताजा खबर सामने आ रही है. आरजेडी के पूर्व नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बेटे सत्यप्रकाश सिंह ने जेडीयू का दामन थम लिया है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, जेडीयू नेता नविन आर्य की उपस्थिति में उन्हें जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता दिलाई गई है.





जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि रघुवंश बाबू का सादा और सरल जीवन और उनके राजनीतिक चरित्र का कोई भी मुकाबला नहीं है. राजनीति में बहुत ही कम ऐसे लोग हैं, जो रघुवंश बाबू जी के जैसे हों. जिस तरीके का रघुवंश बाबू राजनीति करते थे, वह कभी तारीफ है. जीवन के अंतिम क्षण में भी उनके जेहन में आम आदमी के लिए ही सवाल था. इसलिए उन्होंने सीएम नीतीश को पत्र लिखा था. उस पत्र में वैशाली और बिहार को लेकर ही सवाल था.  




जेडीयू की सदस्यता लेने के बाद सत्यप्रकाश सिंह ने कहा कि उनके पिता रघुवंश बाबू जी का मानना था कि राजनीति में परिवार के एक ही सदस्य को ही रहना चाहिए. जननायक कर्पूरी ठाकुर भी इसी विचारधारा को मानते थे. जब से पिता जी की तबीयत ख़राब हुई थी, उस समय भी राजनीति में आने का कोई विचार नहीं था. अंतिम समय में पिता जी ने इशारों में कहा कि वैशाली में उनका जो बचा हुआ काम है, उसे आगे बढ़ाना जरूरी है.