BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन
12-Feb-2020 01:48 PM
PATNA : दिल्ली में सत्ता वापसी के बाद भले ही अरविंद केजरीवाल गदगद होकर अपने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को गले लगा रहे हों लेकिन बिहार में एनडीए के नेता प्रशांत किशोर का नाम सुनना भी पसंद नहीं कर रहे हैं। प्रशांत किशोर का नाम सुनते ही बिहार में जेडीयू और बीजेपी के नेता भड़क उठते हैं। मिशन दिल्ली पूरा करने के बाद प्रशांत किशोर ने ऐलान कर दिया है कि वह 18 फरवरी को पटना आएंगे और उनका पूरा ध्यान बिहार की राजनीति पर होगा।
प्रशांत किशोर के बिहार आने की बात सुनकर जेडीयू के नेता केवल इतना कह रहे हैं कि जनता मालिक है जनता ही किसी को सत्ता में आने का मौका देती है और उसकी पैनी नजर सत्ता में बैठे लोगों की तरफ से किए गए विकास के कार्यों पर होती है। जेडीयू के नेता और बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने कहा है कि प्रशांत किशोर या हो या फिर कोई और उनके आने से जेडीयू को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
वहीं बीजेपी दिल्ली में प्रशांत किशोर के परफॉर्मेंस को लेकर ही सवाल खड़े कर रही है। नीतीश कैबिनेट पर बीजेपी कोटे से मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा है कि प्रशांत किशोर ने अरविंद केजरीवाल का परफॉर्मेंस पहले से नीचे गिरा दिया है। बीजेपी नेता ने कहा है कि अगर प्रशांत किशोर आम आदमी पार्टी की सीटों की संख्या ऊपर की तरह बढ़ा देते तो उन्हें क्रेडिट मिलता लेकिन हकीकत यही है कि आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन पहले से खराब हुआ है।
प्रशांत किशोर को लेकर बीजेपी और जेडीयू के अपने-अपने दावे हैं लेकिन हकीकत यही है कि सबकी नजर पीके पर टिकी हुई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि 18 फरवरी को पटना पहुंचने के बाद पीके बिहार की राजनीति में किस तरह की फिरकी लेते हैं?