बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी
13-Apr-2024 01:15 PM
By First Bihar
PATNA: राजधानी पटना से सटे दानापुर इलाके में एक महिला की प्राइवेट क्लिनिक में मौत हो गयी। डिलीवरी के लिए आई महिला का डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया जिसके बाद उसकी मौत हो गयी। झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने क्लिनिक में जमकर हंगामा मचाया और तोड़फोड़ की। मामला दानापुर मैनपुरा इलाके का जहां हमले के बाद क्लिनिक के डॉक्टर और कर्मी वहां से जान बचाकर किसी तरह भागे।
अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को शांत कराया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया। फिलहाल पुलिस ने डॉक्टर और एक कर्मचारी को हिरासत में लिया है जिससे पूछताछ की जा रही है।
वही लोगों का आरोप है कि बिना रजिस्ट्रेशन के इलाके में प्राइवेट क्लिनिक कुकुरमुत्ते की तरह खोले जा रहे हैं। जहां आए दिन मरीज की मौत हो रही है। इन घटनाओं को रोकने के लिए प्राइवेट नर्सिंग होम पर लगाम रखनी होगी जिसके कि इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो। इस मामले में परिजनों ने हॉस्पिटल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
क्या हैं पूरा मामला?
मृतका के भाई राजेश रजक के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम प्रसव पीड़ा और ब्लीडिंग होने के बाद उनकी बहन को दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया था जहां डॉक्टरों ने कहा कि कल लेकर आईएगा अभी डिलीवरी में समय है। लेकिन मरीज की हालत देख परिजन परेशान हो गये। अस्पताल में मौजूद आशा कर्मी ने परिजनों को बीबीगंज स्थित निजी क्लिनिक में ले जाने को कहा। जिसके बाद मरीज को परिजन वहां ले गये। जहां के डॉक्टर ने कहा कि जल्द से जल्द ऑपरेशन करना पड़ेगा चालीस हजार रुपये जमा कीजिए।
क्लिनिक में यह कहा गया कि मरीज की हालत ठीक नहीं है। जच्चा और बच्चो दोनों को बचाना है तो पैसे का प्रबंध कीजिए। डॉक्टर की बातें सुनकर परिजन घबरा गये। 40 हजार रूपये जमा करने के बाद डिलीवरी के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया। कुछ देर बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे को परिजनों को दिखाया गया। फिर कहा गया कि बच्चे को तो हम बचा लिये हैं लेकिन मरीज की हालत नाजुक बनी हुई है।
मरीज को दूसरे अस्पताल में जल्द से जल्द ले जाना पड़ेगा। मरीज की हालत देख परिजनों ने उसे दानापुर मैनपुरा स्थित कुसुम हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गयी। मरीज की मौत के बाद डॉक्टर और क्लिनिक का कर्मी मौके से फरार हो गए। आक्रोशित परिजनों को शांत कराने के बाद फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है।