DESK: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में दे रहे हैं राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब. जानिए हर अपडेट :
राज्यसभा में जवाब देने के दौरान पीएम ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी में कांग्रेस हार गयी तो कहा जा रहा है देश हार गया. पीएम ने कहा कि अमेठी में कांग्रस हार गयी तो कहा गया कि हिंदुस्तान हार गया. ये कौन सा तर्क है? उन्होंने कहा कि साठ साल देश में राज चलाने वाला दल सत्रह राज्यों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली तो क्या हम आसानी से कह देंगे की देश हार गया? पीएम ने कहा कि इस तरह के बयान ने देश के वोटरों को कटघड़े में खड़ा किया. ऐसे बयान हमें पीड़ा देती है.
पीएम ने कहा कि प्रचंड जनादेश के बाद सदन में बोलने का मौका मिला है. इस बार देशवासियों ने हमें ज्यादा प्रचंड बहुमत के साथ देश का सेवा करने का मौका दिया है. हमें जो देशवासियों ने सेवा करने का मौका दिया है उसके लिए हम देशवासियों का आभार जताते हैं. अरुण जेटली के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अरुण स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं उनका भी सदन को इंतजार है.
ईवीएम के बारे में उन्होंने कहा कि इसकी इजाजत कांग्रेस ने ही दी थी,हमने नहीं. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पराजय को पचाने की हिम्मत रखना चाहिए. कांग्रेस को हार स्वीकार करनी चाहिए.
पीएम ने वन नेशन वन इलेक्शन की बात पर बोलते हुुए कहा कि इसपर चर्चा होनी चाहिए. इलेक्शन रिफॉर्म अनिवार्य है उसे होने चाहिए. इस मसले पर आवश्यक चर्चा होनी चाहिए. हमारे देश के वोटर मैच्योर हैं. उड़ीसा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में वोटरों में बीजेडी का वोट दिया जबकि लोकसभा में बीजेपी को वोट दिया. लोगों को वोटरों की समझदारी पर शक नहीं होनी चाहिए. बदलाव के लिए दरवाजे बंद नहीं होनी चाहिए. वोटरों की समझदारी पर शक नहीं होनी चाहिए. देश में एक ही मतदाता सूची होनी चाहिए.
देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन पर सवाल उठाने वालों पर भी पीएम ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के लिए हम टेक्नॉलॉजी से भाग नहीं सकते. हमने चुनावों में देखा कि लोगों ने लोकसभा के साथ-साथ राज्यसभा की चर्चाओं के आधार पर भी वोट किया. पार्टियों को लोगों की समझारी पर शक नहीं करना चाहिए.
न्यू इंडिया पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि देश के लोगों को निराशा में धकेलने की कोशिश नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कांग्रेस के ओल्ड इंडिया की अवधारणा पर सवाल उठाए और कहा कि देश की जनता हिंदुस्तान को पुराने दौर में ले जाने को तैयार नहीं है. हमें न्यू इंडिया की अवधारण को स्वीकार करना चाहिए और इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.
सरकार की बदलाव की नीतियों की बात करते हुए पीएम ने कहा कि हमने देश में पांच साल में डेढ़ करोड़ घर बनाए. जबकि कांग्रेस के शासन काल में यह काम बेहद सुस्त पड़ा था. पीएम ने कहा कि उनकी सरकार आम लोगों के सशक्तिकरण को लेकर काम किया है. पीएम ने कहा कि देश की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने सरकारी तंत्र को आम लोगों में ढालने का काम किया है.
पीएम ने कहा कि उनकी सरकार भाग्यवान है कारण कि आमलोगों में जरुरतें काफी ज्यादा हैं और जब जरुरतें ज्यादा होती हैं तो काम भी ज्यादा होता है. पीएम ने कहा कि शौचालय, घर निर्माण, मेकिंग इंडिया का विपक्षी दल मजाक उड़ाते हैं. पीएम ने कहा कि लोकतंत्र में सबका सम्मान होना चाहिए. पीएम ने कहा कि वो राज्यसभा में जानते हैं कि उनका बहुमत नहीं है. लेकिन देश की जनता का अपमान नहीं होना चाहिए.
पीएम ने राज्यसभा में विपक्षी दलों से समर्थन की अपील की. प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि देश की इकानॉमी पांच ट्रिलियन की हो सकती है. इसके लिए वो विपक्षियों की राय सुनने को तैयार हैं.
झारखंड में एक युवक की हत्या पर पीएम ने कहा कि इस घटना को उनको और सदन को गहरा दुख है. पीएम ने पूरे झारखंड को बदनाम करने का किसी को हक नहीं. जो लोग इस घटना के दोषी हैं उन्हें कठोर दंड मिलना चाहिए. इस बात को लेकर पूरे झारखंड को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए. वो सबका साथ सबका विकास को लेकर काम कर रहे हैं.
साल 1984 की सिख दंगों पर उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सिख दंगों के आरोपी अभी भी कांग्रेस के बड़े पदों पर बैठे हुए हैं. सभी दलों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां क्रेडिट लेने के लिए होड़ मची है. एनआरसी के मामले पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि यह राजीव गांधी की सरकार का काम है. पीएम ने कहा कि उनका क्रेडिट लेने से कांग्रेस क्यों भाग रही है?
पीएम ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल अगर देश के पहले पीएम होते तो जम्मू कश्मीर की समस्या नहीं होती. पीएम ने कहा कि वो अभी भी मानते हैं कि उनके रहते कश्मीर समस्या नहीं होती. उन्होंने करीब 500 रियासतों को भारत में मिलाया. उन्होंने कहा कि सरदार साहब गुजरात के चुनावों में तो दिखते हैं लेकिन देश का जब चुनाव होते हैं तो सरदार साहब को कांग्रेस भूल जाती है.
गुलान नबी आजाद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कभी तो कुछ दिन गुजरात में गुजारिए और सरदार की मूर्ति पर फूल चढ़ाकर आइए. पीएम ने आयुष्मान भारत की योजना पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा. आयुष्मान भारत की योजना की ताकत बहुत है. पहले गरीबों के इलाज के लिए पीएम को चिट्ठी सांसद लिखते हैं. लेकिन इस योजना के लागू होने के बाद कोई पीएम कोई चिट्ठी नहीं लिखता है, कारण है कि वो आयुष्मान भारत की ताकत वो सांसद पहचान गए हैं.
बिहार का चमकी बुखार बेहद चिंता की बात है,शर्मिंदगी की बात है. इसे गंभीरता से लेना होगा. उन्होंने कहा कि इस दुखद हालत का सब लोगों को मिलकर हल निकालना होगा. पोषण,टीकाकरण, सुरक्षित मातृत्व को लेकर सबको काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि वो बिहार सरकार के संपर्क में हैं और उन्होंने इसकी जानकारी होते ही स्वास्थ्य मंत्री को वहां भेजे. सरकार और सभी को मिलकर स्वास्थ्य के मामले में मिलकर काम करना होगा, जागरुकता बढ़ानी होगी. उन्होंने कहा कि चमकी बुखार से बच्चों की मौत हमारी नाकामी है. यह हमारी विफलता है. मैं समझता हूं कि पूर्वी यूपी में फिलहाल अच्छी स्थिति है. मेरी सरकार पोषण, टीकाकरण और सुरक्षित मातृत्व को लेकर गंभीर है.
सबका साथ सबका विकास को मतलब है सबके साथ चलना. उत्तर पूर्व के राज्यों को विकास में साथ मिलकर चलना होगा. कारण है कि बिना उत्तर पूर्व के विकास के देश का भला नहीं होगा.
सदन की कार्यवाही को बाधित करने को लेकर पीएम ने कहा कि किसी एक राज्य की समस्याओं को लेकर पूरे सदन की कार्यवाही बाधित नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद भी इस मुद्दे पर चिंतित थे.
पीएम ने कहा कि देश को जिम्मेदार बनाना होगा. किसानों को खेतों में खाद के कम प्रयोग के लिए जागरुक करना होगा. बच्चों को खाना बर्बाद नहीं करने को लेकर प्रेरित करना होगा.