Bihar Politics: बिहार बंद में राहुल, तेजस्वी के साथ शामिल हुए मुकेश सहनी, बोले- नहीं चलने वाली बीजेपी की साजिश Bihar Politics: बिहार बंद में राहुल, तेजस्वी के साथ शामिल हुए मुकेश सहनी, बोले- नहीं चलने वाली बीजेपी की साजिश Bihar Train Accident: बेपटरी हुई उदयपुर-कामाख्या एक्सप्रेस, यात्रियों में हाहाकार धोनी नहीं बल्कि इस पूर्व क्रिकेटर की वजह से टेस्ट में सफल कप्तान बन पाए Virat Kohli, दिग्गज बल्लेबाज ने खुद कर दिया खुलासा Bihar Politics: सीएम नीतीश के गढ़ में तेजस्वी यादव की सेंधमारी, चुनाव से पहले RJD में शामिल होंगे नालंदा के कई JDU नेता Bihar Politics: सीएम नीतीश के गढ़ में तेजस्वी यादव की सेंधमारी, चुनाव से पहले RJD में शामिल होंगे नालंदा के कई JDU नेता Bihar News: सरकार और मजदूरों के बीच दूरी होगी कम, श्रम कल्याण बोर्ड की नई पहल से कई काम होंगे आसान Patna Crime News: देवर से शादी करना चाहती थी पटना की इश्कबाज महिला, शूटर बुलाकर करा दी पति की हत्या Patna Crime News: देवर से शादी करना चाहती थी पटना की इश्कबाज महिला, शूटर बुलाकर करा दी पति की हत्या Bihar Band News: बिहार बंद के दौरान आरजेडी नेता केदार प्रसाद का नया ड्रामा, भैंस लेकर सड़क पर उतरे; चादर-चकिया लगाकर सो गए
08-Oct-2023 10:04 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार के पटना एम्स में 4 और 5 अक्टूबर को कैंसर के मरीज के अलावा एक अन्य मरीज के परिजनों पर निजी सुरक्षाकर्मियों के द्वारा किये गये जानलेवा हमले के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पटना के डायरेक्टर और बिहार के डीजीपी को नोटिस भेजी है। एनएचआरसी ने इसकी रिपोर्ट चार दिन के अंदर सौंपने को कहा है। एनएचआरसी ने मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर के पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल ,एनएचआरसी ने बिहार के चीफ सेक्रेटरी को इस मामले में आयोग के निर्देश के अनुपालन हेतु कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,नई दिल्ली ने पटना एम्स के डायरेक्टर और बिहार डीजीपी को भेजी गई नोटिस में कहा है कि मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर की शिकायत पर आयोग ने विचार किया है, जो पूरी तरह से मानवाधिकार हनन से जुड़ा मामला है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपनी इस त्वरित कार्रवाई की प्रति मुख्य सचिव, बिहार सरकार को भेजकर उपरोक्त प्राधिकारियों द्वारा आयोग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जारी नोटिस में लिखा है कि- मरीज के परिजनों दीपक कुमार और जीतेंद्र कुमार के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर से 06/10/2023 को प्राप्त शिकायत/सूचना को आयोग के समक्ष 07/10/2023 को रखी गई थी।आयोग ने इसका अवलोकन करने के बाद निम्नलिखित आदेश पारित किया है।
मालूम हो कि,5 और 6 अक्टूबर को पटना एम्स में सुरक्षाकर्मियों ने दो मरीजों के परिजनों को लाठी डंडों से बुरी तरह पीटा था। इस पिटाई से एक मरीज के परिजन बेहोश हो गये थे, जबकि दूसरे परिजन का सिर फट गया था। घटना के बाद पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें साफ दिख रहा था कि कुछ सुरक्षाकर्मी एक मरीज के परिजन को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे हैं। इलाज के लिए सारण से आया मरीज कैंसर से पीड़ित था। बाताया जाता है कि उसे बेड नहीं मिलने पर परिजन उग्र हो गए और एम्स के सुरक्षाकर्मी उन्हें पीटने लगे।
आपको बताते चलें कि, सिवान की महिला मरीज अनिता देवी के पति विजेंद्र गुप्ता की भी एम्स के गार्ड ने पिटाई कर दी। जिससे उनका सिर फट गया। विजेंद्र गुप्ता के सिर पर कई टांके लगाए गए। जिसके बाद मामलों की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी पहुंच गई। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एनएचआरसी ने एम्स के डायरेक्टर और बिहार के डीजीपी को नोटिस भेजकर रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, एम्स प्रशासन ने पहले ही इन दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी थी। इसके साथ ही इस मामले में संलिप्त पाए गए तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है और गार्ड को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया।