DESK: पांच साल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्र नये बने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल होंगे? नृपेंद्र मिश्र ने प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्हे J&K का नया राज्यपाल बनाये जाने की चर्चा है. सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर से हटाकर किसी दूसरे राज्य का राज्यपाल बनाया जा सकता है.
नृपेंद्र मिश्र का इस्तीफा
5 सालों तक PM नरेंद्र मोदी के प्रिंसिपल सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को अपने पद से मुक्त होने का फैसला लिया. उन्होंने अपना त्याग पत्र सौंप दिया हालांकि प्रधानमंत्री ने उन्हें दो सप्ताह तक अपने पद पर बने रहने के लिए कहा है। मोदी सरकार के मुख्य प्रवक्ता सितांशु कार ने शुक्रवार को ये जानकारी देते हुए बताया कि PM ने पीके सिन्हा को पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) में आफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) नियुक्त किया है।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बनेंगे नृपेंद्र मिश्र
चर्चा ये है कि प्रधानमंत्री के अति विश्वस्त नृपेंद्र मिश्र को जम्मू-कश्मीर का नया राज्यपाल बनाया जा सकता है. फिलहाल वहां सत्यपाल मलिक राज्यपाल हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर अब केंद्र शासित प्रदेश हो गया है. लिहाजा राज्यपाल का पद समाप्त होकर लेफ्टिनेंट गवर्नर का पद बनेगा. राज्यपाल का पद संवैधानिक तौर पर बड़ा होता है. ऐसे में सत्यपाल मलिक लेफ्टिनेंट गवर्नर नहीं बने रह सकते. ऐसे में केंद्र सरकार उन्हें दूसरे राज्य का राज्यपाल बनायेगी. वहीं नृपेंद्र मिश्र को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाकर भेजा जा सकता है.
PM के सबसे विश्वस्त रहे हैं नृपेंद्र मिश्र
उत्तर प्रदेश कैडर के 1967 बैच के आई ए एस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे विश्वस्त अधिकारियों में माना जाता रहा है. उनके इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री ने उनकी तारीफों के पुल बांधे. नरेंद्र मोदी ने कहा-2014 में जब मैं दिल्ली में नया था तब उन्होंने मुझे बहुत कुछ समझाया था। उनका मार्गदर्शन हमेशा मूल्यवान बना रहेगा।' अपने प्रधान सचिव को शुभकामना देते हुए PM ने कहा कि 5 साल तक लगातार और समर्पण के साथ सेवा देने के बाद जीवन के नये चरण में जा रहे नृपेंद्र मिश्रा को उनकी पूरी शुभकामनायें हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि नृपेंद्र मिश्र ने 5 सालों तक देश के विकास में अमिट योगदान दिया है।
2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद नृपेंद्र मिश्र को प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ फिर से प्रधानमंत्री का प्रिंसिपल सचिव नियुक्त किया गया. सरकार में विभिन्न पदों पर काम करने के बाद वह 2009 में भारत के दूर संचार प्राधिकार (ट्राइ) चेयरमैन के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे।.