Bihar Election 2025: शाहाबाद से सीमांचल! BJP के लिए बड़ी चुनौती, क्या इस बार मजबूती के साथ होगी वापसी या फिर पहले की तरह ही रहेगा समीकरण Bihar Assembly Election 2025 : फाइनल चरण में सुबह 9 बजे तक इतने प्रतिशत वोटरों ने डाले वोट; जानिए कौन सा जिला रहा सबसे आगे Bihar Election 2025: बेतिया में सांसद संजय जयसवाल और मंत्री रेणु देवी ने किया मतदान, जनता से की वोटिंग की अपील Bihar Politics : मोकामा हत्याकांड में CID की सख़्ती बढ़ी, मिट्टी खंगाली-झाड़ियाँ छानीं, जानिए दुलारचंद को लगी बुलेट मिली या नहीं Bihar Election 2025: दिल्ली धमाके के बाद सबसे बड़ा सवाल : बिहार में कितना सेफ होगा मतदान ? जानिए कैसी है पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैयारी Dharmendra Death: नहीं रहे ‘शोले’ के हीमैन धर्मेंद्र, ब्रीच- कैंडी अस्पताल में ली अंतिम सांसे Bihar Election 2025 : फाइनल राउंड में 122 सीटों पर मतदान, 3 प्रदेश अध्यक्षों और 12 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर Bihar Election 2025 : मोकामा-बाढ़ के नतीजे आएंगे सबसे पहले, दीघा का परिणाम सबसे अंत में; DM ने मतगणना को लेकर कर दिया सबकुछ क्लियर Bihar Election 2025: युवा वोटर हैं बदलाव की असली ताकत, जानिए क्यों मतदान करना है जरूरी? चुनाव आयोग की अपील Bihar Election 2025 :गयाजी सीट पर फिर मैदान में डॉ. प्रेम कुमार, नौवीं जीत के लिए BJP ने झोंकी ताकत; ग्राउंड रिपोर्ट से जानिए वोटिंग से पहले क्या है इस बार वोटरों का मुद्दा
11-Sep-2021 07:20 AM
PATNA : बिहार में बाढ़ और ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र के सामने जो मांग रखी है उसे देखते हुए अब सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश के सभी जिलों के प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले जिले में 14 और 15 सितंबर को दौरा करेंगे और वहां के आपदा की स्थिति का जायजा लेंगे। जिलों की समीक्षा के बाद जो हालात होंगे उसकी रिपोर्ट सरकार को देंगे। नीतीश सरकार इसे लेकर शुक्रवार को आदेश जारी किया है। आपको बता दें कि 8 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ से पैदा हुई स्थिति और राहत कार्य की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया था। इसी के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की तरफ से आदेश जारी किया गया है।
विभाग ने जारी आदेश में कहा है कि राज्य के अधिकतर क्षेत्रों के बाढ़, अधिक बारिश, ओलावृष्टि और अन्य आपदाओं से प्रभावित होने की सूचना है। ऐसे में सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिले का दौरा करेंगे। जिले के आपदा की स्थिति, नुकसान और प्रभावित लोगों के संबंध में स्पष्ट रिपोर्ट जल्द विभाग को देंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री के समक्ष इस रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे। इस बारे में सूचना सभी विभागों के मंत्रियों के आप्त सचिवों को विभाग की तरफ से दे दी गई है।
मुख्यमंत्री ने 8 सितंबर को समीक्षा बैठक में पदाधिकारियों को निर्देश दिया था कि तीन से चार दिनों में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन कर लें। इसके बाद जिलों के प्रभारी से मंत्री संबंधित जिलों में जाकर डीएम के साथ बैठक कर इसे अंतिम रूप देंगे। सीएम ने पंचायतवार नुकसान का आकलन कराने को कहा है। उन्होंने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को भी निर्देश दिया था कि पशु नुकसान का भी ठीक से आकलन कराएं और पशुपालकों की सहायता करें। यह भी कहा था कि इस वर्ष अधिक बारिश होने से नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण राज्य में बाढ़ की स्थिति बनी। हमने हवाई सर्वेक्षण कर राज्य के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। साथ ही प्रभावित जिलों के डीएम को भी लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया था।