ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: चोरी हुई 150 वर्ष पुरानी अष्टधातु की बनी बेशकीमती मूर्तियां, सिंहासन सहित 200 किलो था वजन BIHAR: अपने समर्थकों के साथ खगड़िया मुखिया संघ के अध्यक्ष ने थामा VIP का दामन, पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने दिलाई पार्टी की सदस्यता Bihar News: सिर्फ एक क्लिक पर मिलेगी बिहार के 165 पर्यटक स्थालों की जानकारी, नई वेबसाइट लॉन्च Bihar News: सिर्फ एक क्लिक पर मिलेगी बिहार के 165 पर्यटक स्थालों की जानकारी, नई वेबसाइट लॉन्च Life Style: पहली बार फ्लाइट में सफर कर रहे हैं तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां, हो सकता है भारी नुकसान Bihar News: चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने मुखिया के अधिकार बढ़ाए, अब इतने लाख तक का काम करा सकेंगे Bihar News: चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने मुखिया के अधिकार बढ़ाए, अब इतने लाख तक का काम करा सकेंगे Bihar News: "मुखिया-सरपंच को मिलेगा हथियार लाइसेंस, CM नीतीश का आदेश ! सरकार ने सभी DM-SP को पत्र लिखकर कहा.... Bihar News: व्यवहार न्यायालय में अधेड़ की मौत, कोर्ट परिसर में मचा हड़कंप CM Nitish Kumar: पूर्व केंद्रीय मंत्री की पुण्यतिथि कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम भी रहे साथ

नीतीश सरकार हिंदू विरोधी, सुशील मोदी बोले- JDU नेताओं का मानस पाठ सिर्फ पॉलिटिकल शो

नीतीश सरकार हिंदू विरोधी, सुशील मोदी बोले-  JDU नेताओं का मानस पाठ सिर्फ पॉलिटिकल शो

14-Jan-2023 07:11 PM

PATNA: शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है। जेडीयू ने शिक्षा मंत्री के बयान से किनारा करते हुए कार्रवाई की मांग कर दी है तो वहीं आरजेडी मंत्री के बयान के साथ मजबूती के साथ खड़ी हो गई है। इसी बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोल दिया है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार सरकार हिंदू विरोधी है और उसे हिंदुओं की भावना से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू नेताओं की बयानबाजी और मानस का पाठ करना सिर्फ राजनीतिक दिखावा है।


सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि श्रीरामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री की टिप्पणी और उस पर नीतीश कुमार की मौन सहमति से साफ है कि राज्य सरकार घोर हिंदू विरोधी है।महागठबंधन सरकार जिस तरह से सिर्फ सम्प्रदाय विशेष की भावनाओं और सुविधाओं का ख्याल रखते हुए काम कर रही है, वह संविधान के विरुद्ध है। नीतीश सरकार को बहुसंखयक हिंदू समाज की भावनाओं से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि एक लोकप्रिय हिंदू  धर्मग्रंथ के विरुद्ध जो अनर्गल टिप्पणी की गई, वह संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने दीक्षांत समारोह जैसे सरकारी कार्यक्रम में की है। इसे राज्य सरकार की राय माना जाएगा, किसी का व्यक्तिगत विचार नहीं। 


सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तीन सवालों के जवाब मांगे है। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है कि वे अपने शिक्षा मंत्री के बयान के पक्ष में खड़े हैं या इसके विरुद्ध हैं? वहीं उन्होंने दूसरा सवाल किया है कि क्या मुख्यमंत्री स्वयं हिंदू विरोधी और मानस विरोधी हैं?  सुशील मोदी का तीसरा सवाल है कि वे शिक्षा मंत्री को हटायेंगे या उन्हें सिर्फ माफी मांगने के लिए कहेंगे? उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में जदयू के नेता अपनी साझा सरकार के शिक्षा मंत्री के विरुद्ध नपे-तुले बयान देकर या मंदिर में मानस-पाठ कर राजमीतिक दिखावा कर रहे हैं। मां सीता की जन्मभूमि पर राज करने वाले लव-कुश समाज के मुख्यमंत्री अब राम-भक्तों के साथ हैं या श्रीराम और रामायण के निंदकों के साथ ? इस यक्ष-प्रश्न का उत्तर नीतीश कुमार को ही देना है।