Bihar cyber crime : बिहार में साइबर अपराध पर नकेल कसने को EOU की नई इंटेलिजेंस यूनिट, इन चीजों पर हुआ एक्शन Patna Zoo Internship : पटना जू की अनोखी पहल, किताबों से निकलकर वन्यजीवों के बीच सीखने का मौका; पटना जू में पहली बार इंटर्नशिप; इस तरह भरें फॉर्म Bihar ration card : बिहार के राशन कार्डधारियों पर बड़ा एक्शन, 57 लाख से ज्यादा नाम कटने की तैयारी; खाद्य विभाग के एक्शन से हड़कंप Bihar Politics : मन ही मन फूट रहे लड्डू, एनडीए में विवाद उत्पन्न होने से बचने के लिए अब कुशवाहा दे रहे सफाई; जानिए क्या है हकीकत Bihar weather : पछुआ हवा ने बढ़ाई कनकनी, बिहार में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का अलर्ट, गया रहा सबसे ठंडा जिला मां बनी कसाई: 6 साल की बेटी को दी हिंदी बोलने की सजा, मराठी में बात नहीं करने पर घोंट डाला गला मुजफ्फरपुर में विधवा के साथ मारपीट, गहने और पैसे भी छीना, शिकायत करने पर थानेदार ने लगाई फटकार, कहा..'जहां जाना है जाओ Bihar News: बिहार को मिलने जा रही 10 हजार करोड़ की सौगात, दो सड़क और एक मेगा ब्रिज परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार Bihar News: बिहार को मिलने जा रही 10 हजार करोड़ की सौगात, दो सड़क और एक मेगा ब्रिज परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार लहे-लहे घोंट जा.. बिहार में देर रात तक चला ऑर्केस्ट्रा गर्ल का अश्लील डांस, ठुमके लगाते सरकारी शिक्षक का वीडियो वायरल
14-Jan-2023 07:11 PM
PATNA: शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है। जेडीयू ने शिक्षा मंत्री के बयान से किनारा करते हुए कार्रवाई की मांग कर दी है तो वहीं आरजेडी मंत्री के बयान के साथ मजबूती के साथ खड़ी हो गई है। इसी बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोल दिया है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार सरकार हिंदू विरोधी है और उसे हिंदुओं की भावना से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू नेताओं की बयानबाजी और मानस का पाठ करना सिर्फ राजनीतिक दिखावा है।
सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि श्रीरामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री की टिप्पणी और उस पर नीतीश कुमार की मौन सहमति से साफ है कि राज्य सरकार घोर हिंदू विरोधी है।महागठबंधन सरकार जिस तरह से सिर्फ सम्प्रदाय विशेष की भावनाओं और सुविधाओं का ख्याल रखते हुए काम कर रही है, वह संविधान के विरुद्ध है। नीतीश सरकार को बहुसंखयक हिंदू समाज की भावनाओं से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि एक लोकप्रिय हिंदू धर्मग्रंथ के विरुद्ध जो अनर्गल टिप्पणी की गई, वह संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने दीक्षांत समारोह जैसे सरकारी कार्यक्रम में की है। इसे राज्य सरकार की राय माना जाएगा, किसी का व्यक्तिगत विचार नहीं।
सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तीन सवालों के जवाब मांगे है। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है कि वे अपने शिक्षा मंत्री के बयान के पक्ष में खड़े हैं या इसके विरुद्ध हैं? वहीं उन्होंने दूसरा सवाल किया है कि क्या मुख्यमंत्री स्वयं हिंदू विरोधी और मानस विरोधी हैं? सुशील मोदी का तीसरा सवाल है कि वे शिक्षा मंत्री को हटायेंगे या उन्हें सिर्फ माफी मांगने के लिए कहेंगे? उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में जदयू के नेता अपनी साझा सरकार के शिक्षा मंत्री के विरुद्ध नपे-तुले बयान देकर या मंदिर में मानस-पाठ कर राजमीतिक दिखावा कर रहे हैं। मां सीता की जन्मभूमि पर राज करने वाले लव-कुश समाज के मुख्यमंत्री अब राम-भक्तों के साथ हैं या श्रीराम और रामायण के निंदकों के साथ ? इस यक्ष-प्रश्न का उत्तर नीतीश कुमार को ही देना है।