BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी Bihar News: डीईओ साहब....संग्रामपुर ही नहीं तुरकौलिया ब्लॉक के 20 स्कूलों में भी बिना काम के 1 करोड़ की हुई निकासी ! प्रधानाध्यापक ही भ्रष्ट सिस्टम की खोल रहे पोल, जांच करायेंगे ? IAS Transfer: बिहार में कई IAS अधिकारियों का तबादला, हटाए गए उत्पाद आयुक्त; देखें पूरी लिस्ट Nepal political crisis: नेपाल में हिंसा के बाद बिहार सीमा पर हाई अलर्ट, SSB और पुलिस की चौकसी बढ़ी Bihar News : “बिहार चुनाव 2025: नित्यानंद राय का राहुल गांधी और तेजस्वी पर जोरदार हमला, कहा - चोर को हमेशा चोर ही आता है पंसद
09-Jan-2022 10:52 AM
PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि शराबबंदी की उनकी मुहिम ने पूरे देश में क्रांति पैदा कर दिया है. बिहार की कौन कहे देश के कई दूसरे राज्यों से लोग उन्हें शराबबंदी के पक्ष में मुहिम चलाने के लिए बुला रहे हैं. लेकिन इसे क्या कहें कि उन्हें रिपब्लिक डे यानि गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर शराबबंदी की अपनी कहानी को झांकी के जरिये दिखाने का मौका नहीं मिलेगा.
बिहार सरकार की झांकी को मंजूरी नहीं
दिल्ली के राजपथ पर रिपब्लिक डे परेड में सिर्फ 16 दिन बचे हैं. लेकिन बिहार सरकार को केंद्र सरकार से बिहार की झांकी की मंजूरी के बारे में कोई खबर नहीं मिली है. लिहाजा बिहार सरकार के अधिकारी अब मान चुके हैं कि गणतंत्र दिवस परेड में इस दफे भी बिहार की झांकी नजर नहीं आयेगी. ये लगातार छठा साल होगा, जब बिहार की झांकी दिल्ली के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं होगी. पिछली बार 2016 में राज्य की झांकी प्रदर्शित हुई थी.
शराबबंदी की कहानी दिखाना चाह रहे थे नीतीश
दरअसल, राज्य सरकार से पिछले साल ही केंद्र सरकार ने झांकी को लेकर प्रस्ताव मांगा था. बिहार सरकार ने प्रस्ताव भेज दिया था. विषय था-गांधी के पद्चिह्नों पर अग्रसर बिहार. गांधी के सहारे नीतीश मुख्य रूप से अपनी शराबबंदी की मुहिम को दिखाना चाह रहे थे. वे अपनी सभाओं में लगातार कहते भी रहे हैं कि महात्मा गांधी से प्रेरित होकर उन्होंने शराबबंदी का फैसला लिया है. वैसे बिहार की झांकी में शराब के अलावा नीतीश कुमार के समाज सुधार अभियान के दूसरे मुद्दे भी शामिल होते. नीतीश अपनी समाज सुधार यात्रा में बाल विवाह और दहेज की समाप्ति की भी बात कह रहे हैं. मुख्यमंत्री के इन्हीं विषयों पर झांकी का प्रस्ताव दिया गया था.
केंद्र ने नहीं दी मंजूरी
दरअसल, दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों का चयन केंद्र सरकार का रक्षा मंत्रालय करता है. रक्षा मंत्रालय ने पिछले साल सितंबर महीने में ही सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर झांकी का प्रस्ताव भेजने को कहा था. बिहार सरकार के अधिकारियों के मुताबिक 27 सितंबर तक प्रस्ताव भेजने को कहा गया था औऱ बिहार से नियत समय पर प्रस्ताव चला गया था. चूंकि पिछले कई सालों से बिहार की झांकी को रिपब्लिक डे परेड में शामिल होने का मौका नहीं दिया गया था लिहाजा इस दफे मंजूरी मिलने की उम्मीद थी. लेकिन मंजूरी नहीं मिली.
बिहार के लिए झांकी तैयार करने का जिम्मा बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को मिलता है. सूचना एवं जन संपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रस्ताव को मंजूर करने या रिजेक्ट करने की कोई जानकारी केंद्र सरकार से नहीं मिली है. लेकिन अगर अब मंजूरी मिल भी जाये तो इतने कम समय में झांकी तैयार करना संभव नहीं है.
बिहार सरकार की झांकी आखिरी दफे 2016 में रिपब्लिक डे परेड में शामिल हुई थी. महात्मा गांधी की चंपारण यात्रा के सौ साल पूरे होने पर बिहार सरकार ने झांकी बनायी थी, जिसे गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया था. उसके बाद रक्षा मंत्रालय ने बिहार सरकार से प्रस्ताव तो हर साल मांगा लेकिन मंजूरी नहीं मिली.