मुजफ्फरपुर: पशु व्यवसायी से लूट का आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, कैश भी बरामद सरैया बाजार से अयोध्या के लिए 17वां जत्था रवाना, अजय सिंह का हुआ जोरदार स्वागत Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला बड़हरा में माई-बहन सम्मान योजना को मिला जबरदस्त समर्थन, 50 हज़ार से अधिक फॉर्म जमा Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत Bihar Politics: बिहार में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मामला, BJP एमएलए से EOU ने तीन घंटे तक की पूछताछ; अब JDU विधायक की बारी Bihar Politics: बिहार में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मामला, BJP एमएलए से EOU ने तीन घंटे तक की पूछताछ; अब JDU विधायक की बारी मोतिहारी के इन सरकारी स्कूलों में 'चवन्नी' का काम नहीं और BSEIDC से करोड़ों की अवैध निकासी ! खुलासे के बाद भी भुगतान को लेकर 'पटना' भेजी जा रही सैकड़ों फाइल
07-Jan-2023 04:43 PM
NALANDA: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह आज राजगीर के हॉकी मैदान में आयोजित वन भोज सह जन संवाद में शामिल हुए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा पर उन्होंने कई सवाल खड़े किये। आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा का आज तीसरा दिन है उनसे जरा यह पूछा जाए कि इन तीन दिनों में उन्होंने किस समस्या का समाधान किया। इस समाधान यात्रा पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं। जनता के पैसे को खर्च किया जा रहा है लेकिन जनता की समस्या का समाधान नहीं निकाल पा रहे हैं। ऐसे में इस समाधान यात्रा का क्या औचित्य?
इस समाधान यात्रा में ना तो उनके साथ पथ निर्माण मंत्री हैं और ना ही स्वास्थ्य मंत्री ऐसे में किस प्रकार का समाधान निकालेंगे। दोनों विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव हैं लेकिन उनको इस यात्रा में शामिल नहीं किया गया है। इस यात्रा में वैसे लोगों को शामिल किया गया है जो उनके आस-पास घूमते रहते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब काम करने की इच्छा नहीं है। जिसके कारण यात्रा कर जनता के गाढ़ी कमाई को खर्च कर रहे हैं। इससे जनता को कोई फायदा होने वाला नहीं है।
राजगीर के हॉकी मैदान में जनसंवाद को संबोधित करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीन दिन से समाधान यात्रा पर हैं जरा उनसे पूछिए कि तीन दिन में वे किस समस्या का समाधान कर पाये। अब उनको काम करने में मन नहीं लगता है इसलिए वे बाहर घुमते रहते हैं। बिहार में सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी है। रोजगार के लिए लोग दूसरे प्रदेशों में पलायन कर रहे हैं। वर्षों से परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र इस बात से परेशान हैं कि सभी परीक्षा के प्रश्नपत्र लिक हो जा रहे है।
आरसीपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री समाधान यात्रा के दौरान सीतामढ़ी में गये थे तो लोग पूछ रहे थे रिगा सुगर मिल का क्या होगा? लेकिन लोगों को इस सवाल का कुछ भी जबाव नहीं मिला। बिहार में हर दिन हत्याएं हो रही है। प्रदेश में अपराध बढ़ गया है। बिना पैसा दिये एक काम भी नहीं हो पा रहा है। दिव्यांग को राशन कार्ड के लिए 15 सौ रुपया देना पड़ रहा है। इस समस्या का समाधान बैठकर करने की जरूरत है लेकिन इस भीषण ठंडी में नीतीश जी घुमने का काम कर रहे है। ना किसी जनप्रतिनिधी से मिल रहे हैं और ना ही किसी जनता से ही संवाद कर पा रहे हैं।
करोड़ों का सरकारी धन पानी की तरह बहाये जा रहे हैं लेकिन समाधान नहीं निकल पा रहा है। सड़क, ग्रामीण, स्वास्थ्य की समस्या के लिए तेजस्वी यादव जवाबदेह हैं ये विभाग तेजस्वी ही देख रहे हैं लेकिन उन्हें भी यात्रा में साथ नहीं ले गये। ऐसे में लोग सड़क और स्वास्थ्य की समस्या किसे सुनाएंगे। नीतीश कुमार अपने साथ तेजस्वी यादव को भी नहीं ले जा रहे हैं। आरसीपी ने कहा कि नीतीश अपने ऊपर विश्वास खो चुके हैं। एक भी समस्या का समाधान आजतक नहीं कर पाए है।
आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यक्रम में यह लिखा रहता है कोई ना आए.. उनके साथ सिर्फ भूंजा पार्टी के साथी रहते है। इससे कभी समाधान नहीं होगा। पहले इनकी पहचान कानून का राज और सुशासन के तौर पर था लेकिन आज बिना पैसे का काम नहीं हो रहा है। आपकों बैठकर सोचना चाहिए लेकिन समाधान यात्रा कर रहे हैं। नीतीश बाबू के व्यक्तिगत समस्या का समाधान है। ना कोई विचार है और ना ही एजेन्डा है। यात्रा में इतने पुलिसवालों की क्या जरूरत? आरसीपी सिंह ने कहा कि एक गांव में अनुसूचित जाति के बच्चों को कहा गया कि सीएम आएंगे सवेरे से कई घंटो तक इंतजार करते रहे लेकिन मिलने नहीं आए। आप ना जनता से मिल रहे है और ना ही जनप्रतिनिधियों से मिल रहेहै। 2006 से जनता दरबार चला रहे है और जनसमस्या वैसी की वैसी खड़ी है। निश्चित रूप से वे एक असफल मुख्यमंत्री दिख रहे है।