BIHAR: बिजली चोरी का विरोध करना छोटे भाई को पड़ा महंगा, बड़े भाई ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा, मायके गई हुई थी पत्नी गिरिडीह में निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन, 400 से अधिक लोगों का इलाज 23 दिसंबर को पटना में नितिन नवीन का रोड शो, घर से बाहर निकलने से पहले जान लीजिए रूट चार्ट VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार गोल प्रतिभा खोज परीक्षा 2025: छात्रों की प्रतिभा को पहचानने और मार्गदर्शन देने का भरोसेमंद मंच बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के गृह जिले का हाल देखिये, टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीज का इलाज, वीडियो हो गया वायरल नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में अवैध शराब तस्करी का भंडाफोड़, धंधेबाज भी गिरफ्तार
30-Jan-2022 03:16 PM
PATNA: बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को शराब पीने और बेचने वालों की सूचना देने का काम सौंपा है, जिसके बाद हंगामा मचा हुआ है. अब बिहार बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बड़ी मांग रख दी है. बीजेपी नेता ने नीतीश कुमार से मांग किया है कि शिक्षकों को बालू माफियाओं को पकडने के काम में भी लगा देना चाहिये क्योंकि बिहार पुलिस ने बालू माफिया कंट्रोल नहीं हो रहे हैं.
नवल किशोर यादव ने की मांग
बिहार विधान परिषद में बीजेपी दल के नेता नवल किशोर यादव ने ये मांग की है. नवल किशोर यादव ने शिक्षकों को शराब माफियाओं की मुखबिरी करने के सरकारी आदेश पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि बिहार के शिक्षकों को पढ़ाने के अलावा सरकार ने पहले से 17 काम दे रखा है. उन्हें अंडा खरीदने, बोरा बेचने, नैपकिन बांटने, चावल खरीदने, दवा बांटने जैसे लगभग डेढ़ दर्जन काम मिले हुए हैं. सरकार ने उन्हें ये भी काम दे रखा है कि जो खुले में शौच करते हैं उनकी फोटो खींचे.
नवल किशोर यादव ने कहा कि जब सरकार से पूछा जाता है कि शिक्षकों को क्या ये सब काम दिया जाता है तो सरकार कहती है कि वे प्रबुद्ध हैं इसलिए उन्हें ये काम दिया जा रहा है. तो क्या शिक्षक शौच कर रहे लोगों की फोटो खींचने, अंडा खरीदने औऱ शराब माफियाओं से मार खाने के लिए प्रबुद्ध हैं. अगर शिक्षक प्रबुद्ध हैं तो उन्हें वैसा काम सौंपिये.
पुलिस का कंट्रोल शिक्षकों के हाथों में सौंपिये
नवलकिशोर यादव ने कहा कि अगर शिक्षकों को सरकार प्रबुद्ध मानती है तो उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर में बिठाये. बिहार पुलिस से क्राइम कंट्रोल नहीं हो रहा है, शिक्षक उसे कंट्रोल करवा देंगे. सचिवालय से लेकर ब्लॉक ऑफिस तक रिश्वतखोरी हो रही है, उसे पकड़ने के लिए जो सरकारी एजेंसी है वहां भी शिक्षकों को लगा दीजिये. बालू माफिया पर सरकार कंट्रोल नहीं कर पा रही है, वहां भी बिहार के सारे कुलपतियों को लगा दीजिये, क्योंकि वे प्रबुद्ध हैं इसलिए कंट्रोल कर कर लेंगे.
नवलकिशोर यादव ने कहा कि सरकारी शिक्षकों को शराब की सूचना देने वाला सरकार का आदेश तत्काल वापस लेना चाहिये. बिहार सरकार को शिक्षकों को पढ़ाने के अलावा दूसरे किसी में नहीं लगाना चाहिये.