फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन की खरीद बिक्री करने वाले भू-माफिया का लिस्ट जारी, गोपालगंज पुलिस ने की ऐसे लोगों से सतर्क रहने की अपील बाइक सवार 3 दोस्तों को बेलगाम स्कॉर्पियो ने मारी टक्कर, दो दोस्तों की मौत, तीसरे की हालत नाजुक पटना के खुशरूपुर में दो गुटों के बीच गोलीबारी, गोली लगने से एक युवक की मौत, गांव में दहशत Bpsc Result: बीपीएससी ने BAO और SDAO पद के लिए ली गई परीक्षा का जारी किया रिजल्ट, इतने अभ्यर्थी हुए सफल, देखें... Corrupt Officers Of Bihar: DEO के ठिकानों से 3.60 Cr कैश मिलने के बाद 'बेतिया' की जबरदस्त चर्चा, इस जिले के निवासी एक ' परिवहन के मुलाजिम' ने भी किया है बड़ा खेल Bihar Politics: जेडीयू का बड़ा खुलासा...प्रशांत किशोर 'ग्रैंड्यूर डिल्यूजन' के शिकार, इस रोग से पीड़ित शख्स खुद को... महाकुंभ में BJP नेताओं के स्नान पर कांग्रेस ने कसा तंज, खड़गे ने कहा..गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म होगी क्या? राजनीति में भ्रष्टाचार के पोषक हैं तेजस्वी यादव, 2025 विधानसभा चुनाव में राजद की दुर्गति तय- भाजपा Gender Change: सहेली से शादी रचाने के लिए 15 लाख खर्च करके सविता से बन गई ललित सिंह, जेंडर बदलवाने के बाद आर्य समाज में की शादी बाइक की टक्कर से 65 साल के बुजुर्ग की मौत, ठोकर मारने वाला मोटरसाइकिल छोड़कर हो गया फरार
25-Jul-2023 07:20 PM
NALANDA: बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने की बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करते हैं। पुलिस भी आये दिन छापेमारी कर शराब पीने और बेचने वालों पर कार्रवाई करती है। उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजती है। इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आते। सरकारी कार्यालयों के प्रांगण में फेंके गये शराब की बोतले, रैपर और इंजेक्शन इस बात प्रमाण है कि लोग आज भी नशा करते हैं। शराब, गांजा, ड्रग्स, अफीम, स्मैक, कफ सिरप सहित कई तरह नशा लोग अब करने लगे हैं और इसे इस्तेमाल कर इसे ठिकाने लगाने के मकसद से सरकारी कार्यालय परिसर में इसे फेंकने का काम कर रहे हैं। नालंदा में कई सरकारी कार्यालय में यह फेंका हुआ मिला है।
बता दें कि नालंदा के जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी और छोटी पहाड़ी में 14 जनवरी 2022 को दर्जनों लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई थी। इस घटना के बाद उत्पाद विभाग कुछ दिन तक अपनी चहलकदमी दिखायी और फिर शांत हो गयी। आज भी बिहार शरीफ में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है। शराब पीने वालों की तादाद बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा के बिहारशरीफ अनुमंडल कार्यालय परिसर में फेंके गये शराब की कई खाली बोतलें और रैपर को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग आज भी शराब का सेवन करते हैं। सरकारी कार्यालय के प्रांगण में इसके अलावा इंजेक्शन भी फेंका देखा गया। इसके अलावे शहर के कई सरकारी कार्यालय परिसर में भी शराब की खाली बोतल फेंका हुआ नजर आया है। ऐसे में सवाल उठता है की जब बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है तो आखिर शराब की ये खाली बोतले कहां से आ रही है। लोग शराब और ड्रग्स का सेवन कैसे कर रहे है।
नालंदा से राजकुमार मिश्रा की रिपोर्ट