BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार
22-Jun-2020 06:23 AM
PATNA : प्रतियोगी परीक्षाओं में स्कॉलर बैठाकर कैंडिडेट को पास कराने का जिम्मा लेने वाले हैं गिरोह का मास्टरमाइंड अब पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। पटना पुलिस ने मुन्ना भाई गिरोह के सरगना को धर दबोचा है। पुलिस पिछले 2 साल से इसकी तलाश कर रही थी। साल 2018 में रेलवे की तरफ से आयोजित ग्रुप डी की परीक्षा में इसने स्कॉलर बैठाया था। पाटलिपुत्र इलाके के एक सेंटर से इस गिरोह का खुलासा हुआ था लेकिन इसका मास्टरमाइंड अभिजीत फरार चल रहा था।
बरबीघा का रहने वाला है मास्टरमाइंड
पटना पुलिस ने पंकज पासवान नाम के कैंडिडेट के बदले एक दूसरे शख्स को एग्जामिनेशन सेंटर से गिरफ्तार किया था। बाद में पंकज और स्कॉलर से पूछताछ की गई थी जिसके बाद यह खुलासा हुआ था कि इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड अभिजीत कुमार है। अभिजीत बरबीघा का रहने वाला है। पुलिस लगातार उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आया था। आखिरकार शनिवार की देर रात पुलिस ने छापेमारी कर अभिजीत को गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है।
मुन्ना भाई का रेट लाखों में
पुलिस ने अभिजीत से जो शुरुआती पूछताछ की है उसके मुताबिक वह किसी भी कैंडिडेट के बदले एग्जाम में मुन्ना भाई बैठाने के लिए 5 से 8 लाख रुपये लेता था। कैंडिडेट से एग्जाम शुरू होने के पहले वह आधी रकम ले लेता था जबकि बाकी के पैसे अभिजीत रिजल्ट आने के बाद वसूलता था। अभिजीत के स्कॉलर को जब पटना पुलिस ने दबोचा उसके बाद से वह लगातार अपना मोबाइल बंद कर अन्य राज्यों में भागता फिर रहा था लेकिन लॉकडाउन पीरियड के दौरान वह वापस बिहार लौट आया। पुलिस को उसका मोबाइल फोन पटना में एक्टिव मिल रहा था और सर्विलांस करते हुए पुलिस मास्टरमाइंड अभिजीत तक पहुंच गई। पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले में पूछताछ के बाद कुछ बड़े प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग को लेकर जानकारी मिलेगी।