Bihar News: राज्य में इस महीने तक 4,000 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति, प्रक्रिया शुरू Jagannath Rath Yatra 2025: कब से शुरू होगी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा? जानें... पूरा शेड्यूल Road Accident: डंफर-ऑटो की टक्कर में 2 की मौत, ग्रामीणों ने किया सड़क जाम Bihar Crime News: 4 डिसमिल जमीन के लिए बुजुर्ग की हत्या, जांच में जुटी पुलिस Bank Robbery: पहले सोना रखकर लिया लोन, बाद में उसी बैंक को लूटा; 5 गिरफ्तार Bihar News: 4300 करोड़ खर्च कर इस जिले में फोरलेन सड़क का निर्माण, लाखों लोगों को मिलेगी राहत Bihar News: उत्तर बिहार से चलने वाली कई ट्रेनों के रूट में बदलाव, लिस्ट जारी Patna News: पटना में चितकोहरा-यारपुर फोरलेन सड़क परियोजना को मिली हरी झंडी, टेंडर जल्द होगा जारी Bihar Rain Alert: राज्य में मानसून पूरी तरह एक्टिव, आज 31 जिलों में भारी बारिश; IMD ने चेताया मुजफ्फरपुर में बदमाशों ने किराना दुकानदार पेट में मारी गोली, लूट का विरोध करना पड़ा महंगा
31-Mar-2023 10:43 AM
By First Bihar
MUZAFFARPUR : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकाशशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी का आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। इसको लेकर उनकी पार्टी के तरफ से भी काफी तैयारी की गई है। मुकेश सहनी अपने जन्मदिन के अवसर पर बाबा केवल महाराज के आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं। इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार सरकारी की नीतियों को लेकर काफी हमला बोला।
मुकेश साहनी ने कहा कि, आज से कुछ वर्ष पहले तक राजा के घर के लोग ही राजा बनाकर करते थे। लेकिन आज देश में लोकत्रंत है और अब लोग जनता के वोट से राजा बनते हैं परन्तुं अभी भी कुछ लोग यह सोचते हैं कि हमारे घर के लोग राजा बने तो हम भी राजा बनेंगे तो उनको सबसे पहले जनता के दिल में राजा बनना होगा, तभी उनका यह सपना पूरा होगा।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, देश में एक संविधान लागू है पूरा देश एक है तो फिर हमारे साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है इसको लेकर हमारे समाज को लोगों को जागरूक होना होगा। उन्हें समझना होगा कि उनका वोट का कीमत उतना ही है जो इस देश के सबसे अमीर लोगों के वोट की कीमत है। इस देश में उनका भी उतना ही हक है जितना हम लोगों का है। इसलिए हम सभी लोगों को एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़नी होगी।
सहनी ने कहा कि, हमारे समाज के लोगों को बंगाल में आरक्षण है, दिल्ली में आरक्षण है तो फिर बिहार में आरक्षण क्यों नहीं होनी चाहिए। उसको लेकर हम कई बार अनशन पर बैठे हैं लेकिन कोई हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। अब मुझे यही लगता है कि जिनके पास हम अपनी शिकायत लेकर जा रहे हैं अपनी सुना जा रहा है तो उस जगह अब हमें ही बैठना होगा इस जगह पर ले जाने का काम आप ही लोग कर सकते हैं।