Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी बेतिया में मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार और उपकरण के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Aparajit Lohan : दुलारचंद हत्याकांड के बाद बदले गए नए ग्रामीण SP अपराजित कौन हैं ? इस खबर पढ़िए पटना के नए ग्रामीण एसपी की कहानी; आप भी जान जाएंगे क्या है काम करने का तरीका
13-Nov-2019 08:55 AM
By Rahul Singh
PATNA : मिशन 2020 के लिए बिहार बीजेपी ने जो इंटरनल प्लान तैयार किया है उससे विरोधी ही नहीं सहयोगी भी गच्चा खा जाएंगे। दरअसल बीजेपी ने बिहार ने मतदाताओं तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए सांगठनिक स्तर पर बड़ा बदलाव किया है। बिहार बीजेपी अब राज्य के अंदर सांगठनिक मंडलों की संख्या बढ़ाने जा रही है। पार्टी के संगठन में अब तक कुल 1085 मंडल थे जो बढ़कर 1125 हो जाएंगे।
मंडलों की संख्या बढ़ाने के लिए बिहार बीजेपी का संगठन नए सिरे से मंडल का परिसीमन कर रहा है। मंडलों की संख्या बढ़ाए जाने के पीछे बीजेपी का मकसद मंडल प्रभारियों का बोझ कम करना है। मौजूदा स्थिति में एक मंडल प्रभारी के अंदर बूथों की संख्या ज्यादा है जिसे घटाकर 50 से 55 करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीजेपी का मानना है कि अगर मंडल अध्यक्षों के दायरे में बूथों की संख्या कम रही तो उनकी पहुंच मतदाताओं तक ज्यादा मजबूत होगी मंडलों की संख्या की बात करें तो सबसे ज्यादा पटना महानगर उसके बाद गया, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, छपरा, सिवान, समस्तीपुर और पूर्णिया में मंडलों की संख्या ज्यादा है।
मंडलों के सांगठनिक परिसीमन से बीजेपी ना केवल अपने विरोधियों को परेशान करेगी बल्कि सहयोगी भी यह समझ नहीं पाएंगे कि किस मंडल के दायरे में कौन से बूथ के मतदाता आ रहे हैं। बीजेपी के अंदर सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। अगले दो दिनों में मंडल अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 16 नवंबर को पार्टी ने सभी जिला अध्यक्षों और जिला चुनाव प्रभारियों की बैठक बुलाई है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने जो अंदरूनी तैयारी की है वह जमीन पर कितनी सफल साबित हो पाती है।