बिहार में तेज रफ्तार का कहर: बेतिया, रोहतास और बेगूसराय में सड़क हादसे, दो की मौत, आठ घायल IIT पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और आईआईटी के बीच हुआ समझौता PATNA: महिलाओं में बढ़ते एंडोमेट्रियल कैंसर को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, विशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar Transfer Posting: परिवहन विभाग में चार ADTO का तबादला, 4 में एक को दो जिलों का मिला जिम्मा SUPAUL: VIP नेता संजीव मिश्रा ने क्रिकेट टूर्नामेंट का किया उद्घाटन, खेल को जीवन का हिस्सा बनाने का दिया संदेश UP News: योगी सरकार ने बदल दिए पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम, अब इस नाम से जाने जाएंगे UP News: योगी सरकार ने बदल दिए पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम, अब इस नाम से जाने जाएंगे Bihar News: बिहार की इस नदी पर 9 करोड़ की लागत से बनेगा स्थायी पुल, यूपी से बढ़ जाएगी कनेक्टिविटी
02-Jun-2020 09:43 AM
MADHEPURA: बिहार के मधेपुरा में एक साथ 17 कोरोना पॉजिटिव मरीज के भागने की कोशिश के बाद हॉस्पिटल में अफरातफरी मच गई. खाना नहीं मिलने से मरीज गुस्से में थे. किसी तरह से इनलोगों को समझाकर कंट्रोल किया गया.
हंगामा के बाद मिला खाना वह भी घटिया
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि चौसा और कुमारखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. जिसके बाद 17 प्रवासी मजदूरों को मधेपुरा के कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया. दिनभर के भूखे प्रवासी मजदूरों को रात 12 बजे तक खाना नहीं मिला. जिससे परेशान होकर सभी कोरोना पॉजिटिव मरीज भागने लगे. जैसे ही भागने की खबर अधिकारियों को लगी तो अफरातफरी का माहौल हो गया. तुरंत खाना भेजवाया गया. लेकिन जो खाना दिया गया वह भी घटिया किस्म का था. पीने का पानी पीला था.
वीडियो बनाकर लगाया कई आरोप
एक मजदूर वीडियो बनाकर आरोप लगा रहा है कि घटिया खाना और पानी की शिकायत उसने एक अधिकारी से की, लेकिन अधिकारी ने समस्या का समाधान नहीं किया. एक प्रवासी मजदूर ने कहा कि इसकी शिकायत एसडीएम, सीओ, एसडीओ से बात की. लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. खाना और पीने का इतना पानी घटिया दिया गया है कि उसको कोई जानवर भी नहीं खा और पी सकता है. जिससे मजबूर होकर वह भागने लगे. हंगामा के बाद अधिकारी पहुंचे और भरोसा दिया कि तीन टाइम का खाना मिलेगा और पीने का शुद्ध पानी मिलेगा. जिसके बाद हंगामा करने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज शांत हुए. प्रवासी मजदूरों ने कहा कि अगर यहां पर भोजन नहीं दे सकते तो हमे क्वॉरेंटाइन सेंटर ही भेज दे. वहां पर कोई दिक्कत नहीं है.