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31-Mar-2024 02:40 PM
By VISHWAJIT ANAND
DESK : लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान हो गया है। बिहार में सात चरणों में चुनाव होने हैं। इस बीच जो बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है वो ये हैं कि कांग्रेस पार्टी को बिहार में बड़ा झटका लगा है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने प्राथमिक सदस्य अपना इस्तीफा दे दिया है। इन्होंने शुक्रवार को कहा कि सीट बंटवारे की वजह से पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को ऐसी सीटें दी गई हैं, जहां जीतना मुश्किल है, जबकि आसानी से जीतने वाली सीटें पार्टी से से छीन ली गई हैं। कांग्रेस के एक पूर्व विधायक ने कहा कि पार्टी को पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार भी बराबर 9 सीटें मिली हैं। मगर अधिकर लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के पास ना तो मजबूत उम्मीदवार हैं और ना ही उनपर दशकों से पार्टी जीती है।
बिहार के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि - आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस को कमजोर सीटें दी हैं। यह उनकी सोची-समझी रणनीति है, ताकि कांग्रेस बिहार में हाशिए पर ही रहे। उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस के कमजोर होने पर आरजेडी ने अपनी राजनीति चमकाई। दोनों पार्टियां एक साथ आगे नहीं बढ़ सकती हैं। किसी एक को पिछलग्गू रहना ही पड़ेगा, इसलिए आरजेडी हमेशा कांग्रेस को अपनी बैकसीट पर बैठाए रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सुपौल में आरजेडी ने डमी कैंडिडेट उतार दिया था और तब चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस की तत्कालीन सांसद रंजीत रंजन के लिए पार्टी ने प्रचार भी नहीं किया।
वहीं, महागठबंधन में सीट शेयरिंग की घोषणा होने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्णिया की सड़कों पर उतर आए। उन्होंने पार्टी आलाकमान से इस सीट पर पूर्व सांसद पप्पू यादव को लड़ाने की मांग की। जबकि 2024 के सीट बंटवारे में पूर्णिया आरजेडी के पास चली गई है। 2019 में यहां पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार आरजेडी ने जेडीयू की बागी विधायक बीमा भारती को यहां से टिकट दे दिया है।