पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
21-Sep-2020 09:15 AM
GAYA : मेहनत और पक्के इरादे के बदौलत 20 साल में पांच किलोमीटर लंबी, चार फीट चौड़ी व तीन फीट गहरी पईन की खुदाई कर किसानों के खेत में पानी पहुंचाने वाले लौंगी भुइयां के अधूरे काम को अब सरकार पूरा करेगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैनाल मैन लौंगी भुइंया के अधूरे काम को पूरा कराने का निर्देश दिया है. सीएम ने पूरी नहर खुदाई कराने का निर्देश दिया है. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि लौंगी भुइयां को इसकी जानकारी दे दी गई है.
बात 2001 की है. उस दौरान कोठीलवा गांव में खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाता था. जिसके कारण लोग खेती छोड़कर शहर की ओर पलायन करने लगे. यह बात गांव के लौंगी भुइंया को अच्छी नहीं लगी. उन्हें यह देखकर बुरा लगता था कि पेट की खातिर गांव के युवा अपने पत्नी और बच्चों को छोड़कर परदेस कमाने जा रहे हैं. यह देख लौंगी भुइंया ने अपने गांव के लोगों के लिए कुछ करने की ठानी .
तभी उन्होंने देखा कि गांव से दूर जहां मवेशी पानी पीने जाते हैं, वहां पर एक बहुत बड़ा जल का स्रोत है. यदी यहां से पईन की खुदाई करके खेतों तक पानी ले जाया जाए तो इससे सिंचाई की समस्या दूर हो जाएगी. उन्होंने उसी वक्त पईन खोदने का फैसला किया.
अगले दिन अगस्त 2001 से उन्होंने अकेले पईन की खुदाई बंगेठा सगवाही जंगल से शुरू कर दी. लौंगी कहते हैं कि चाहे गर्मी , ठंड हो या बरसात हर दिन वे अकेले हाथ में कुदाल, खंती और टांगी लेकर निकलते थे. शुरू में जो भी देखता उनका मजाक उड़ाता था, लोग उन्हें पागल कहते थे. पर उन्होंने किसी की पहवाह नहीं की और आखिरकार 20 सालों की मेहनत से पांच किलोमीटर लंबी, चार फीट चौड़ी व तीन फीट गहरी पईन की खुदाई कर डाली.