Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू अरवल में इनोवा कार से 481 लीटर अंग्रेज़ी शराब बरामद, पटना का तस्कर गिरफ्तार Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में पेशी के दौरान कोर्ट कैंपस से कैदी फरार, पुलिस ने घर से दबोचा Bihar Crime News: बिहार में पेशी के दौरान कोर्ट कैंपस से कैदी फरार, पुलिस ने घर से दबोचा Bihar Transfer Posting: नीतीश सरकार ने सात अनुमंडल के SDO को हटाया और बनाया डीटीओ, 54 अफसरों को किया गया है इधऱ से उधर Bihar News: नाबार्ड की मदद से बिहार की ग्रामीण सड़कों को मिली नई रफ्तार, गांवों से शहरों की दूरी हो रही कम Bihar News: नाबार्ड की मदद से बिहार की ग्रामीण सड़कों को मिली नई रफ्तार, गांवों से शहरों की दूरी हो रही कम
16-May-2023 06:57 PM
By First Bihar
DHANBAD: कोयलांचल के सबसे बड़े अस्पताल में अब मरीजों की मुश्किलें बढ़ सकती है क्योंकि शहीद निर्मल महताे मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी होने जा रही है। 20 मई से 102 आउटसाेर्स कर्मी हटा दिए जाएंगे। अभी 415 आउट सोर्सकर्मी अस्पताल में कार्यरत है। जिनके सहयोग से अस्पताल के विभागों का संचालन किया जा रहा है।
बताते चले की स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देश के बाद साेमवार काे अस्पताल प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है कि जिन कर्मचारियों को हटाया जाना है उनकी सूची तैयार कर ली गयी है। इनमें ड्रेसर से लेकर ईसीजी टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाॅय, डाटा ऑपरेटर, एनेस्थेसिया टेक्नीशियन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं।
विभाग की ओर से जारी पत्र में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में अनुबंध पर कार्य कर रहे कर्मचारियों की संख्या को काम करने आदेश जारी किया। अब इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है की करीब सात जिलों के मरीजों का भार सहने वाले इस अस्पताल का कर्मचारियों के छंटनी के बाद क्या हाल होगा।
अगर हम वर्तमान में SNMCH की बात करे तो कुल 415 आउटसोर्स कर्मचारी कार्यरत है इनकी छटनी के बाद 322 हो जाएंगे इस हालत में कई विभागों के संचालन सहित मरीजों को एक से दूसरे जगह ले जाने में दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है। वही आउट सोर्स कर्मियों ने अधीक्षक से मिल कर अपनी समस्यों को बताया।
अनुबंध कर्मियों का कहना है विगत 2015 से अस्पताल में सेवा दे रहे है अचानक इस तरह का फैसला आ जाने से हम कँहा जायेगे। वही अधीक्षक अरुण वर्णवाल ने कहा की सरकार का आदेश है इसमें वो कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। बहरहाल अब देखना है की अस्पताल प्रबंधन इस छंटनी के बाद मरीजों को कई परेशानी न हो इसको लेकर क्या कुछ वैकल्पिक व्यवस्था बनाती है।