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26-Jun-2024 07:15 PM
By FIRST BIHAR
PATNA: बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षकों के लिए राज्य सरकार ने नया आदेश जारी किया है. उन्हें अपने मोबाइल के एप पर ऑनलाइन हाजिरी बनानी होगी. आज से ये सिस्टम लागू हो गया. लेकिन सरकार ने ऐसा एप बनाया है कि शिक्षक त्राहिमाम कर रहे हैं. पूरे बिहार से ऐसी तस्वीरें सामने आयी हैं जिससे शिक्षा विभाग और सरकारी सिस्टम मजाक बन गया है.
सिर्फ 16 परसेंट शिक्षकों की हाजिरी बनी
ऑनलाइन हाजिरी बनाने के सरकारी आदेश लागू होने के पहले दिन सिर्फ 16 परसेंट शिक्षक ही ऑनलाइन हाजिरी बना पाये. सरकार ने उन्हें शिक्षा विभाग के खास एप ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप पर अटेंडेंस बनाने को कहा है. पूरे बिहार में शिक्षक घंटों इस मोबाइल पर हाजिरी बनाने की कोशिश करते रहे लेकिन ज्यादातर सफल नहीं हुए. किसी के मोबाइल में एप खुला ही नहीं, किसी का पासर्वड गलत बता रहा था, किसी की आईडी सही नहीं थी तो किसी के स्कूल की लोकेशन एप पर गलत दिखा रहा था. इसके कारण ऑनलाइन हाजिरी नहीं लग सकी.
पूरे बिहार से ऑनलाइन हाजिरी लगाने के फेरे में फंसे शिक्षकों का वीडियो और तस्वीरें सामने आने के बाद शिक्षा विभाग को अपनी गलती का अहसास हुआ है. अब बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) ने एप बनाने और संचालित करने वाली एजेंसी को कहा है कि वह 28 जून तक एप में आ रहीं दिक्कतों को दूर करे. बीईपी ने एजेंसी को लिखे पत्र में कहा है कि मोबाइल एप ठीक से काम नहीं कर रहा है। लोकेशन की भी समस्या आ रही है. इसे हर हाल में दूर कर लिया जाये.
बता दें एप में ग़ड़बड़ी के कारण पूरे बिहार में करीब 80 हजार शिक्षकों ने पहले दिन ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से हाजिरी बनायी. ये सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कुल संख्या करीब पांच लाख का महज 16 परसेंट है. वैसे शिक्षा विभाग के पदाधिकारी कह रहे हैं कि ऑनलाइन हाजिरी लगाने वाले शिक्षकों की संख्या हर रोज बढ़ेगी. कई शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी लगाने की तकनीक समझन में परेशानी हो रही है. लेकिन कुछ दिनों में सभी शिक्षक इस तकनीक को पूरी तरह समझ लेंगे. ऑनलाइन हाजिरी बनाने में शिक्षकों को कोई दिक्कत नहीं आये, इसको लेकर विभाग में तकनीकी सहायता देने के लिए परियोजना प्रबंधन इकाई गठित की गयी है.
रजिस्टर में भी बनेगी हाजिरी
शिक्षा विभाग को ऑनलाइऩ हाजिरी बनाने में सर्वर डाउन की समस्या आने की भी शिकायत कई जिलों से मिली है. ऐसे में सरकार ने तय किया है कि अगले तीन महीने तक मोबाइल एप के साथ-साथ पूर्व की तरह उपस्थिति पंजी में भी शिक्षक हाजिरी बनाएंगे. यानि अगर किसी तकनीकी गड़बड़ी से मोबाइल एप से हाजिरी नहीं बनती है तो भी शिक्षकों को कोई परेशानी नहीं हो. इस तीन माह में इस व्यवस्था से हाजिरी बनाने में जो भी तकनीकी समस्याएं आएंगी, उसे दूर किया जाएगा.

