ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: राम के बाद अब सीता की बारी: 8 अगस्त को सीता जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे अमित शाह बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, सॉल्वर-ऑपरेटर समेत तीन गिरफ्तार Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक

भाड़े की गाड़ी से चलेंगी पटना की मेयर और डिप्टी मेयर, दोनों की सरकारी गाड़ियां हुईं जब्त

भाड़े की गाड़ी से चलेंगी पटना की मेयर और डिप्टी मेयर, दोनों की सरकारी गाड़ियां हुईं जब्त

08-Oct-2021 10:12 AM

PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. पटना नगर निगम की मेयर और डिप्टी मेयर की गाड़ी जब्त कर ली गई है. बताया जा रहा है कि नगर निगम ने इन गाड़ियों को ढ़ाई साल पहले खरीदा था लेकिन अभी तक कोई भुगतान नहीं किया गया था इसलिए एजेंसी अपने साथ दोनों की गाड़ियां उठा कर ले गई है. 


दरअसल, पटना की मेयर सीता साहू और डिप्टी मेयर रजनी देवी की गाड़ी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. दोनों की सरकारी गाड़ी एजेंसी द्वारा वापस ले ली गई है. उनके लिए करीब दो साल पहले फॉर्च्यूनर गाड़ी खरीदी गई थी. लेकिन, पैसे का भुगतान नहीं होने से अबतक इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था.


मेयर और डिप्टी मेयर कानून का उल्लंघन करते हुए बना रजिस्ट्रेशन और बिना नंबर के गाड़ी चला रहे थे. नगर निगम द्वारा भुगतान न करने पर गाड़ी उठने की खूब चर्चा हो रही है. मार्च 2019 में 38-38 लाख की दो गाड़ियां खरीदी थी. जिसका 76 लाख रूपये भुगतान कंपनी को होना था लेकिन भुगतान न होने के कारण कंपनी ने दोनों गाड़ियां वापस ले ली. कंपनी दोनों ही गाड़ियों के भुगतान के लिए साल 2019 से ही नगर निगम के चक्कर काट रही थी लेकिन इस बीच उन्हें कोई भी राशि भुगतान नहीं हुआ है. 


निगम सूत्रों का कहना है कि गाड़ी एजेंसी की ओर से उपलब्ध करा दी गई. लेकिन, निगम प्रशासन द्वारा पैसे का भुगतान नहीं किया गया. इस कारण एजेंसी द्वारा रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया गया और अब अचानक गाड़ियों को वापस ले लिया गया. मेयर सीता साहू ने कहा कि हाईकोर्ट का आदेश है कि बिना नंबर प्लेट की गाड़ियां नहीं चलाई जा सकती हैं. इसलिए एजेंसी को गाड़ी वापस कर दी गई है. माना जा रहा है कि अब महापौर और उपमहापौर के लिए नगर निगम किराये की गाड़ी की व्यवस्था करेगा.