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08-Jan-2023 10:24 AM
PATNA : बिहार की राजनीति में खरमास के बाद का समय काफी रोचक होता है। इस दौरान राज्य के राजनीतिक पार्टियों द्वारा त्रिभुज का भी आयोजन करवाया जाता है जिसमें सभी पार्टी के लोग इकट्ठा होते हैं और अपने लिए नई रणनीति भी तैयार करते हैं। क्योंकि इसके पहले के महीने यानी खरमास में ज्यादातर राजनेता और राजनीतिक पार्टियां कोई फेरबदल से परहेज करते हैं। इसी कड़ी में अब जो ताजा जानकारी निकल के सामने आ रही है उसके मुताबिक सक्रांति के बाद भाजपा के आधे जिला अध्यक्ष को बदल दिया जाएगा। इसको लेकर आज भाजपा की तरफ से दिल्ली में पार्टी की सुपर कोर ग्रुप की बैठक बुलाई गई है।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी मकर सक्रांति के बाद आधे से अधिक जिला अध्यक्ष का बदलाव करने जा रही है इसको लेकर पार्टी के 13 क्षत्रिय प्रभारियों ने प्रदेश नेतृत्व को जिला अध्यक्ष के योग्य पार्टी नेताओं के नाम का सुझाव पत्र दे दिया है। प्रदेश नेतृत्व को प्रत्येक जिला से 3 से 4 नाम मिलें हैं। इसके बाद जो संकेत मिल रहे हैं उनके अनुसार आधे से अधिक पुराने जिला अध्यक्षों की विदाई तय है। उनके स्थान पर नए लोगों पर पार्टी दांव लगाने जा रही है। हालांकि जिन्होंने बेहतर तरीके से कार्य किया है उन्हें वापस से अवसर मिलेगा या अभी कहा जा रहा है लेकिन जो लोग दो बार जिलाध्यक्ष चुके हैं उन्हें इस बार इस पद से हाथ धोना पड़ सकता है।
मालूम हो कि भारतीय जनता पार्टी का राज्य में 45 संगठनात्मक जिले हैं और इन्हीं लोगों के कार्यकाल में पार्टी को अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ना है इसलिए आज पार्टी तमाम बिंदुओं पर विचार विमर्श कर इस मामले में निर्णय लेगी और इसको लेकर आज दिल्ली में पार्टी की सुपर कोर ग्रुप की बैठक प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल की अध्यक्षता में बुलाई गई है।
इस बैठक में विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा विधान परिषद के प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौध,री भाजपा के क्षेत्रीय प्रभारी नागेंद्र नाथ, संगठन महामंत्री भिखूभाई दलसानिया, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और सह प्रभारी हरीश द्विवेदी मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे।
जानकारी हो कि, भाजपा की तरफ से जिला अध्यक्ष के चुनाव को लेकर क्षत्रिय प्रभारियों ने सांसदों विधायकों विधान पार्षदों के अलावा पूर्व मंत्रियों पूर्व सांसद विधायक पूर्व विधान पार्षदों से भी सूची मांगी थी। पार्टी के इन वरिष्ठ नेताओं से मिली लिस्ट के स्कूटनी करने के बाद हर क्षत्रिय प्रभारियों ने तीन चार नाम का लिस्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंपा है। जिसके बाद अब इसको लेकर सक्रांति के बाद फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब हो कि, बिहार में जिला भाजपा के जिला अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर प्रत्येक क्षत्रिय प्रभारियों को तीन से चार जिलों की जिम्मेदारी दी गई थी। इसी के आधार पर चर्चा है कि इस बार भाजपा 15 से 16 जिला अध्यक्षों की छुट्टी कर सकती है। ये वो जिलाध्यक्ष होंगे जो 2 पार्टी के अंदर दो टर्म इस पद पर चुके हैं।