Bihar weather : बिहार में बर्फीली हवाओं का असर बरकरार, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य
15-Apr-2024 09:14 PM
By First Bihar
KHAGARIA: खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर ने 14 मार्च 2024 को पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को छोड़ दिया था और दिल्ली जाकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास से राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से मुलाकात की थी। चिराग से मुलाकात के बाद महबूब अली ने कहा था कि चिराग पासवान की पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने का मौका देती है तो चुनाव लड़ने के लिए वो तैयार हैं। कैसर चुनाव लड़ने के इंतजार में बैठे हुए थे।
उन्हें लगा कि चिराग पासवान खगड़िया से उन्हें अपनी पार्टी का टिकट देंगे लेकिन अचानक पता चला कि खगड़िया लोकसभा सीट का टिकट राजेश वर्मा नामक व्यवसायी को दे दिया गया। टिकट के इंतजार में बैठे महबूब अली कैसर का सपना चकनाचूर हो गया। अब वो ना तो चिराग के रहे और ना ही पशुपति पारस के रहे। टिकट नहीं मिलने के कारण वो इन दिनों नाराज चल रहे हैं।
उन्होंने अब बागी रुख अख्तियार कर लिया है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि महबूब अली कैसर खगड़िया से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इस बात की घोषणा अभी नहीं की गयी है। लेकिन कैसर इस पर विचार कर रहे हैं। महबूब अली कैसर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों का भारी दबाव है।
खगड़िया के हर विधानसभा क्षेत्र से फोन आ रहा है। लोग चुनाव के मैदान में उतरने का अनुरोध कर रहे हैं। लोगों के फोन और दबाव के कारण अब चुनाव लड़ने पर गंभीरता से विचार करना होगा। लोगों की इच्छा का ख्याल रखना ही पड़ेगा। अभी वो ना तो ग्रीन जोन में और ना ही रेड जोन में हैं बल्कि येलो जोन में हैं, चुनाव लड़ने का फैसला कभी भी ले सकते हैं।